Alert News: भारी बारिश ने मचाई तबाही... 17 जिलों में रेड अलर्ट, स्कूल से लेकर एयरपोर्ट तक बंद
punjabkesari.in Saturday, Oct 04, 2025 - 09:22 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क: नेपाल में लगातार भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित हो गया है। मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों तक कई क्षेत्रों में भूस्खलन और बाढ़ का खतरा जताया है। इसे देखते हुए नेपाल सरकार ने काठमांडू में वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी है।
वाहन प्रतिबंध और सुरक्षा
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDRRMA) ने बताया कि शनिवार से सोमवार तक काठमांडू घाटी में कोई भी वाहन अंदर या बाहर नहीं जा सकेगा। यह फैसला लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
सार्वजनिक छुट्टी और एयरपोर्ट बंद
गृह मंत्रालय ने लगातार बारिश को देखते हुए रविवार और सोमवार को दो दिन की सार्वजनिक छुट्टी घोषित की है। एयरपोर्ट भी अस्थायी रूप से बंद कर दिए गए हैं। गृह सचिव रमेश्वर डांगल ने कहा कि यह अवकाश आपदा प्रबंधन कार्यालयों और आवश्यक सेवाओं पर लागू नहीं होगा।
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विज्ञान विभाग के महानिर्देशक कमल राम जोशी ने कहा कि देश के कई जिले अत्यधिक जोखिम और जोखिमग्रस्त श्रेणी में हैं। जनता से सतर्क रहने की अपील की गई है।
- रेड अलर्ट वाले जिले: सुनसारी, महोत्तरी, उदयपुर, सिरहा, धनुषा, सारलाही, रौतहट, बारा, सप्तरी, पर्सा, सिंधुली, काभ्रे, दोलखा, ललितपुर, भक्तपुर, सिंधुपालचोक और चितवन।
- मानसूनी सिस्टम नेपाल के मध्य भाग में प्रवेश कर चुका है और आज शाम 7–8 बजे से कल सुबह 8 बजे तक तेज बारिश की संभावना है।
- ओडिशा (भारत) से निकले नए लो प्रेशर सिस्टम के कारण 4 से 6 अक्टूबर तक भारी वर्षा होने की चेतावनी है।
नदियों और नालों का खतरा
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि नारायणी, बागमती, कमला और कोशी नदियों का जलस्तर खतरनाक स्तर तक बढ़ सकता है। छोटे नाले और पहाड़ी धाराओं में अचानक बाढ़ का खतरा भी है।
यात्रा और हाईवे पर प्रतिबंध
- NDRRMA ने 3–6 अक्टूबर तक ट्रैवल एडवाइजरी जारी की है।
- रात में यात्रा न करने और लंबी दूरी की यात्रा टालने की अपील की गई।
- कांति हाईवे: शाम 4 बजे से सुबह 6 बजे तक बंद
- हैतौडा–भैसे–काठमांडू मार्ग: शाम 5 बजे से सुबह 6 बजे तक बंद
राहत तैयारियों के निर्देश
गृह मंत्री ओम प्रकाश अर्याल ने सभी 77 जिलों के अधिकारियों, सुरक्षा एजेंसियों और आपदा प्रबंधन दलों के साथ बैठक कर राहत तैयारियों को “जन केंद्रित और प्रभावी” बनाने के निर्देश दिए।