618 लोगों की मौत... भारी बारिश-तूफान ने मचाई तबाही, अब लैंडस्लाइड की चेतावनी
punjabkesari.in Sunday, Dec 07, 2025 - 09:03 PM (IST)
नेशनल डेस्क: श्रीलंका इस समय भयंकर प्राकृतिक आपदा से जूझ रहा है। लगातार भारी बारिश के चलते रविवार को मौसम विभाग ने भूस्खलन (लैंडस्लाइड) का अलर्ट जारी कर दिया है। पिछले हफ्ते आए चक्रवात दित्वा ने देश के पहाड़ी और मैदानी इलाकों में तबाही की ऐसी लकीर छोड़ी है, जिसे मिटने में समय लगेगा। बारिश, बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं में अब तक 618 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, और यह आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है।
चक्रवात दित्वा- 20 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित
चक्रवात के कारण आई बाढ़ और मलबों ने श्रीलंका की लगभग 10% आबादी, यानी 20 लाख से ज्यादा लोगों को प्रभावित किया है। डिजास्टर मैनेजमेंट सेंटर (DMC) के अनुसार:
- 618 मौतों की पुष्टि
- इनमें से 464 मौतें मध्य पहाड़ी चाय बागान क्षेत्र में
- 209 लोग अभी भी लापता
- 75,000 से अधिक घरों को नुकसान, इनमें से लगभग 5,000 घर पूरी तरह नष्ट
पहाड़ी इलाके सबसे ज्यादा संकट में
बारिश अभी भी कई हिस्सों में जारी है, जिससे पहाड़ों की मिट्टी बेहद ढीली हो चुकी है। मध्य पर्वतीय क्षेत्र और उत्तर-पश्चिमी पहाड़ियों में नए भूस्खलन की आशंका बढ़ गई है। बाढ़ और मलबों की वजह से कई गांवों और समुदायों का एक-दूसरे से संपर्क टूट चुका है। सरकार और सेना की टीमें हेलिकॉप्टर और विमानों से लगातार राहत सामग्री पहुंचा रही हैं। रविवार को म्यांमार से राहत सामग्री लेकर एक विमान श्रीलंका पहुंचा। सरकारी राहत शिविरों में भीड़ पहले के मुकाबले कम होकर 2.25 लाख से घटकर 1 लाख रह गई है, क्योंकि कुछ क्षेत्रों में पानी उतरने लगा है।
श्रीलंका पर आर्थिक बोझ- 7 अरब डॉलर तक का खर्च
प्राकृतिक आपदा के बीच आर्थिक संकट झेल रहा श्रीलंका नई चुनौती का सामना कर रहा है। सरकार ने शुक्रवार को बड़ी मुआवजा योजना लागू की है ताकि घरों और कारोबारों को फिर से खड़ा किया जा सके।
सीनियर अधिकारियों का अनुमान है कि पुनर्निर्माण पर लगभग 7 अरब डॉलर खर्च हो सकते हैं। IMF भी श्रीलंका की 200 मिलियन डॉलर अतिरिक्त सहायता की मांग पर विचार कर रहा है। यह राशि उस 347 मिलियन डॉलर से अलग होगी जो 2.9 अरब डॉलर के पैकेज के तहत इस महीने जारी होने वाली है।
राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके ने संसद में कहा- "अर्थव्यवस्था सुधर रही है, लेकिन इतनी बड़ी आपदा को देश अकेले नहीं झेल सकता।”
इंडोनेशिया समेत दक्षिण-पूर्व एशिया में भी हाहाकार
सिर्फ श्रीलंका ही नहीं, बल्कि बीते दो हफ्तों में दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया के कई देशों- इंडोनेशिया, मलेशिया, थाईलैंड और वियतनाम- में तूफान और तेज बारिश ने भारी तबाही मचाई है। इन देशों में कुल 1,812 लोगों की मौत दर्ज की गई है।
इंडोनेशिया का अचेह प्रांत सबसे ज्यादा प्रभावित
- 916 लोगों की मौत
- 274 लोग लापता
- राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो बार-बार दौरे पर
- जनता का आरोप- “सरकार सिर्फ डिज़ास्टर टूरिज्म कर रही है, मदद नहीं।”
