154 लोगों की मौत... दर्जनों लापता, भारी बारिश और बाढ़ ने मचाई तबाही, CM नें जारी किए निर्देश

punjabkesari.in Friday, Aug 15, 2025 - 07:30 PM (IST)

नेशनल डेस्क: पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में बीते 24 घंटों के भीतर हुई मूसलाधार बारिश और अचानक आई बाढ़ ने भारी तबाही मचाई है। इस भीषण आपदा में अब तक कम से कम 154 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि दर्जनों लोग लापता हैं। सबसे अधिक नुकसान खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में हुआ है, जहां कई जिलों में जनहानि और भारी ढांचागत नुकसान हुआ है।

कहां-कहां हुआ सबसे ज्यादा नुकसान

प्रांतीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (PDMA) के अनुसार,

  • बुनेर जिले में सबसे ज्यादा 75 लोगों की जान गई है।
  • मनसेहरा में 17, बाजौर और बटाग्राम में 18-18,
  • लोअर दीर में 5, स्वात में 4 और शांगला में 1 व्यक्ति की मौत हुई है।

बाजौर जिले में जिला आपातकालीन अधिकारी अमजद खान के नेतृत्व में बचाव कार्य जारी हैं। पाकिस्तानी सेना की टीमें भी स्वात और बाजौर जैसे इलाकों में तैनात हैं, जो पानी में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचा रही हैं।

बच्चों समेत 125 से ज्यादा की मौत

PDMA के प्रवक्ता फैजी ने बताया कि मूसलाधार बारिश और बाढ़ से अब तक 125 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें कई बच्चे भी शामिल हैं। उन्होंने आशंका जताई है कि लापता लोगों की संख्या अधिक है, जिससे मृतकों की संख्या और बढ़ सकती है।

गिलगित-बाल्टिस्तान और पीओके में हालात चिंताजनक

  • गिलगित-बाल्टिस्तान के घीजर जिले में अचानक आई बाढ़ से 8 लोगों की मौत हुई है और 2 लोग लापता हैं।
  • नीलम घाटी में पर्यटकों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है।
  • रत्ती गली झील के पास फंसे 600 से अधिक पर्यटकों को मार्ग बंद होने के कारण अस्थायी रूप से वहीं रुकने की सलाह दी गई है।

पुल और घर बह गए, सड़कें बंद

  • लवाट और जागरण नालों के उफान से तीन पुल बह गए।
  • झेलम घाटी के पलहोट क्षेत्र में बादल फटने से सड़क का एक हिस्सा टूट गया और कई वाहन फंस गए।
  • मुजफ्फराबाद जिले के सरली सच्चा गांव में भूस्खलन के कारण एक ही परिवार के छह सदस्य मलबे में दब गए, जिनके मारे जाने की आशंका है।
  • सुधनोती जिले में एक युवक की नाले में बहने से और बाग जिले में एक महिला की घर गिरने से मौत हो गई।

अब तक 325 मौतें इस मानसून में

राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) के अनुसार, इस साल मानसून की शुरुआत से अब तक पूरे पाकिस्तान में 325 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें 142 बच्चे शामिल हैं। कई इलाके अब भी खतरे में हैं और मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश और बाढ़ की चेतावनी दी है।

मुख्यमंत्री ने दिए राहत कार्य तेज करने के निर्देश

खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अमीन अली गंदापुर ने सभी ज़िलों को निर्देश दिया है कि सभी संसाधनों को राहत और बचाव कार्यों में लगाया जाए। सरकार ने प्रभावितों के लिए राहत शिविर और आवश्यक सहायता पहुंचाने की प्रक्रिया तेज कर दी है।


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News Editor

Parveen Kumar

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