जापान में मांडविया ने वैश्विक स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए परस्पर सहयोग पर दिया जोर
punjabkesari.in Sunday, May 14, 2023 - 12:43 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने वैश्विक स्वास्थ्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए परस्पर सहयोग पर बल दिया है। डॉ. मांडविया ने आज जापान के नागासाकी में जी-7 देशों के स्वास्थ्य मंत्रियों की बैठक को संबोधित करते हुए सदस्य देशों को मौजूदा चुनौतियों के प्रति आगाह किया। डॉ. मांडविया ने कहा कि वैश्विक स्तर पर अनेक प्रयास किए जा रहे हैं लेकिन इन सभी कदमों को एकजुट किए जाने की जरूरत है। उन्होंने महामारी के कारण उत्पन्न अनेक चुनौतियों के बीच डिजिटल समाधानों की भूमिका तथा प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल पर भी जोर दिया जिससे स्वास्थ्य देखभाल क्षेत्र में निरंतरता बनी रहे।
मांडविया ने कहा कि कोविड-19 महामारी ने मौजूदा वैश्विक स्वास्थ्य संरचना की खामियों को उजागर किया है, यह विश्व स्वास्थ्य संगठन की केंद्रीयता को बनाए रखते हुए अधिक मजबूत, समावेशी और उत्तरदायी वैश्विक स्वास्थ्य संरचना की आवश्यकता पर बल देती है। उन्होंने विश्व के समक्ष आने वाली चुनौतियों को दूर करने के लिए अपूर्ण और संकुचित प्रयासों की अपेक्षा वैश्विक स्वास्थ्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सहयोगी प्रयासों की आवश्यकता को रेखांकित किया।
"स्वास्थ्य सेवा वितरण का समर्थन करने के लिए डिजिटल सार्वजनिक वस्तुओं के प्रचार के माध्यम से डिजिटल अंतर को दूर करते हुए यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि प्रौद्योगिकी के लाभ सभी के लिए उपलब्ध हों और इनसे स्वास्थ्य प्रतिक्रिया क्षमताओं में सहायता और वृद्धि की जा सके"। इस बैठक का आयोजन वैश्विक स्वास्थ्य चुनौतियों और भविष्य की स्वास्थ्य आपात स्थितियों के लिए तैयारी, रोकथाम और प्रतिक्रिया को सुनिश्चित करने के साधनों पर चर्चा करने के लिए किया गया था। बैठक में जी7 देशों के स्वास्थ्य मंत्री और "आउटरीच 4" देशों- भारत, इंडोनेशिया, वियतनाम और थाईलैंड को आमंत्रित किया गया था।
इस अवसर पर सभा को संबोधित करते हुए, डॉ. मांडविया ने कहा कि जब किसी स्वास्थ्य आपात स्थिति के प्रबंधन की बात आती है, तो किसी भी देश की राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्रणाली वैश्विक स्वास्थ्य प्रणाली पर बहुत अधिक निर्भर होती है। उन्होंने उल्लेख किया कि कोविड-19 महामारी ने विश्व स्वास्थ्य संगठन की केंद्रीयता को बनाए रखने की आवश्यकता के साथ-साथ अधिक मजबूत, समावेशी और उत्तरदायी वैश्विक स्वास्थ्य संरचना की आवश्यकता पर बल देते हुए मौजूदा वैश्विक स्वास्थ्य संरचना की कमियों को उजागर किया है।
उन्होंने कहा कि जहां कई वैश्विक प्रयास जारी हैं, वहीं इन वर्तमान में जारी पहलों के अभिसरण को सुनिश्चित करने की भी आवश्यकता है। इस मामले में उन्होंने सराहना करते हुए कहा कि जी20 के लिए भारत की अध्यक्षता और जी7 के लिए जापान की अध्यक्षता के तहत स्वास्थ्य एजेंडा पूरी तरह से संरेखित हैं, जिन्होंने सामूहिक रूप से स्वास्थ्य आपातकालीन तैयारी, चिकित्सा प्रतिउपायों तक पहुंच और डिजिटल स्वास्थ्य को सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज एवं नवाचार को हासिल करने के लिए प्राथमिकता दी है।