जापान-चीन के बीच टकराव तेज, सेनकाकू द्वीप हवाई क्षेत्र में उल्लंघन पर भड़के दोनों देश
punjabkesari.in Sunday, May 04, 2025 - 06:38 PM (IST)

Tokyo: पूर्वी चीन सागर में तनाव एक बार फिर बढ़ गया है, जहां जापान और चीन ने एक-दूसरे पर हवाई क्षेत्र के उल्लंघन का गंभीर आरोप लगाया है। दोनों देश सेनकाकू द्वीपसमूह (जापान में) / दियाओयू द्वीपसमूह (चीन में) पर अपना-अपना दावा करते हैं, जिससे यह क्षेत्र विवाद का केंद्र बना हुआ है। चीन ने बयान जारी कर दावा किया कि जापान के एक नागरिक विमान ने उसके हवाई क्षेत्र में घुसपैठ की है, जो कि चीन की संप्रभुता का उल्लंघन है।
बीजिंग ने जापानी दूतावास के समक्ष विरोध दर्ज कराया और जापानी हरकतों पर "गंभीर असंतोष" जताया। वहीं, जापान ने अपने बयान में कहा कि शनिवार को चीन के तटरक्षक बल के एक हेलीकॉप्टर ने सेनकाकू द्वीपों के ऊपर जापानी हवाई क्षेत्र में 15 मिनट तक उड़ान भरी। जवाब में जापानी वायु सेना के लड़ाकू विमान तुरंत इलाके में भेजे गए। जापान ने चीन के दूतावास में "कड़ा विरोध दर्ज"कराया और इसे अपनी संप्रभुता का उल्लंघन बताया।
पृष्ठभूमि और विवाद
सेनकाकू (जापान) / दियाओयू (चीन) द्वीपसमूह तेल और गैस संसाधनों से समृद्ध हैं और रणनीतिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण माने जाते हैं। चीन नियमित रूप से अपने जहाज और विमान इस क्षेत्र में भेजता है, जिसे जापान उकसावे की कार्रवाई मानता है। यह द्वीपसमूह जापानी नियंत्रण में है लेकिन चीन भी इस पर दावा करता है।
दोनों ही देशों ने एक-दूसरे को अपनी संप्रभुता का सम्मान करने और ऐसे कदमों से बचने की चेतावनी दी है जो क्षेत्रीय तनाव को और बढ़ा सकते हैं।