थाइलैंड में हुई मछलियों की बारिश, लोग अचंभित !

punjabkesari.in Monday, Jun 05, 2017 - 06:31 PM (IST)

बैंकाक: दुनिया में कई ऐसे रहस्य आज भी बरकरार हैं जिन पर यकीन नहीं होता । इन रहस्यों में एक है आसमान से मछलियों की होने वाली बारिश का। विश्व के कई देशों में जलीय जीवों की बारिश देखी गई है। इस तरह की घटनाएं लोगों के अंदर भय तो पैदा करती ही हैं, वैज्ञानिकों को नए सिरे से सोचने पर मजबूर भी करती हैं। कुछ जगह तो घडिय़ालों को भी बारिश के साथ नीचे गिरते देखा गया है। 

अमरीका, जापान और भारत के साथ-साथ कई देशों में कई बार आसमान से मछलियों की बरसात हुई है। इसे लेकर स्था लोगों में कौतुहल के साथ भ्रम और भय की स्थिति बन जाती  है। कुछ समय पहले थाईलैंड में, वहीं वर्ष 2015 के जून महीने में भारत के विजयवाड़ा के गांव गोलमुंडी में मछलियों और मेंढकों की बारिश देखी गई थी। भयग्रस्त लोगों ने इसे ईश्वर का कहर बताया तो कुछ ने इसके बाद दुनिया में प्रलय आने की बात तक कही। आसमान से इतनी मछलियां बरसीं कि लोग इक_ा करते-करते थक गए। थाईलैंड में तो यह तक कहा जाता है कि सालभर में करीब 100 से ज्यादा बार ऐसी बारिश होती है, जब मछलियां बारिश के पानी के साथ आसमान से नीचे आती हैं। कई बार तो घोंघे और घडिय़ाल भी ऐसी बारिश के जरिए आसमान से जमीन पर गिरते देखे गए हैं।

क्या है सच ?
प्रकृति के कई चमत्कार आज भी अनसुलझे हैं, लेकिन आसमान से मछलियों के गिरने की वजह का पता वैज्ञानिकों ने ढूंढ निकाला है। वैज्ञानिकों के विस्तृत अध्ययन के बाद पाया गया इस तरह की घटनाएं जल स्तंभ या बवंडर के कारण होती हैं। जब बवंडर समुद्र तल को पार करते हैं तो ऐसी स्थिति में पानी के भीषण तूफान में बदल जाते हैं। इस दौरान चलने वाली हवाएं अपने साथ मछलियां, मेंढक, कछुए, केकड़े यहां तक कि कई बार घडिय़ालों को भी साथ ले जाती हैं। यह जीव इस बवंडर के साथ उड़ते रहते हैं और तब तक आसमान में होते हैं, जब तक हवा की गति कम न हो जाए। जैसे ही हवा धीमी होती है और यह बवंडर जहां पहुंचता है उसके आसपास के हिस्सों में यह जीव बरसात के पानी के साथ गिरने लगते हैं। वैज्ञानिक बिल इवांस की एक पुस्तक के अनुसार पानी के प्राणी सालभर में करीब 40 बार बारिश के पानी के आसमान से नीचे गिरते हैं।
 


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