भूकंप के तेज झटकों से हिली धरती, दहशत में घरों से बाहर निकले लोग; पढ़ें कितनी रही तीव्रता

punjabkesari.in Tuesday, May 20, 2025 - 11:00 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः पापुआ न्यू गिनी के अंगोरम क्षेत्र में मंगलवार देर रात एक तेज भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिससे स्थानीय लोग दहशत में घरों से बाहर निकल आए। हालांकि कोई जनहानि या संपत्ति के नुकसान की सूचना नहीं है, और सुनामी का खतरा भी नहीं बताया गया है। अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) और सिन्हुआ समाचार एजेंसी के अनुसार, यह भूकंप 20 मई 2025 को 15:05:59 GMT पर (भारतीय समयानुसार रात 8:35 बजे) आया, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.4 मापी गई।


भूकंप का केंद्र और भौगोलिक स्थिति

USGS ने बताया कि भूकंप का एपिसेंटर (केंद्रबिंदु) पापुआ न्यू गिनी के अंगोरम कस्बे से लगभग 111 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में स्थित था। इसका निर्दिष्ट स्थान 3.50° दक्षिण अक्षांश और 144.90° पूर्वी देशांतर पर दर्ज किया गया।
भूकंप की गहराई 53 किलोमीटर आंकी गई, जो इसे मध्यम-गहराई वाला भूकंप बनाती है — इससे सतह पर झटके तो तेज महसूस होते हैं, लेकिन बड़े पैमाने पर विनाश की आशंका कम होती है।


'रिंग ऑफ फायर' में फिर भूकंपीय हलचल

पापुआ न्यू गिनी प्रशांत महासागर की 'रिंग ऑफ फायर' (Ring of Fire) का हिस्सा है, जहां लगातार टेक्टोनिक प्लेट्स की गतिविधियां होती रहती हैं। इस क्षेत्र में भूकंप और ज्वालामुखी विस्फोट आम हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक, यहां इस प्रकार के भूकंप असामान्य नहीं हैं, लेकिन 6.0 से अधिक तीव्रता वाले झटके हमेशा सतर्कता की मांग करते हैं।


स्थानीय प्रशासन की प्रतिक्रिया और राहत प्रयास

स्थानीय प्रशासन के अनुसार, प्रारंभिक रिपोर्टों में कोई बड़ा नुकसान या घायल की पुष्टि नहीं हुई है। 

 

सुनामी का खतरा नहीं: अमेरिकी चेतावनी केंद्र की पुष्टि

यूएस नेशनल सुनामी वॉर्निंग सेंटर ने स्पष्ट रूप से कहा है कि इस भूकंप के बाद सुनामी की कोई आशंका नहीं है। इसके बावजूद, तटीय क्षेत्रों में समुद्र के स्तर में बदलाव पर नजर रखी जा रही है।


पृष्ठभूमि: पापुआ न्यू गिनी का भूकंप इतिहास

पापुआ न्यू गिनी अक्सर तीव्र भूकंपों का सामना करता है।

  • वर्ष 2018 में, 7.5 तीव्रता के भूकंप में दर्जनों लोगों की जान गई थी और सैकड़ों घायल हुए थे।

  • 2022 में 7.6 तीव्रता के भूकंप से देश के कई हिस्सों में भारी नुकसान हुआ था।

इन घटनाओं के कारण, देश की सरकार और अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों ने मिलकर भूकंप आपदा प्रबंधन संरचना को मजबूत किया है।


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Content Writer

Pardeep

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