थाईलैंड रेस्कयू दौरान इस तरह माता-पिता ने मांगी अपने बच्चों के लिए दुआएं(pics)

punjabkesari.in Wednesday, Jul 11, 2018 - 11:46 AM (IST)

इंटरनैशनल डेस्कः थाईलैंड की थाम लुआंग गुफा में 23 जून से फंसे 12 बच्चों और उनके कोच को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। 18 दिन के इस ‘मिशन इम्पॉसिबल’ पर दुनियाभर की निगाहें थीं।
PunjabKesari
इसे दुनिया का सबसे अद्भुत रैस्क्यू आप्रेशन माना जा रहा है। 40 थाईलैंड के और 50 दूसरे देशों के गोताखोरों ने इस ऑप्रेशन को अंजाम दिया। इस दौरान पूरा देश उन बच्चों की सलामती के लिए प्रार्थना कर रहा था।
PunjabKesari
गुफा के प्रवेश द्वार से 3.2 कि.मी. दूर फंसे थे बच्चे
गुफा के मुख्य प्रवेश द्वार से बच्चों के फंसे होने की जगह 3.2 किलोमीटर दूर थी। इसमें कुछ हिस्सों में पानी था। अंधेरे की वजह से इसमें देख पाना भी मुश्किल था। इसके अलावा संकरे रास्ते अभियान में बड़ी रुकावट थे। थाईलैंड के अलावा अमरीका, चीन, जापान, ब्रिटेन और आस्ट्रेलिया के 90 गोताखोर बचाव कार्य में लगे थे। एक हजार से ज्यादा जवान और एक्सपर्ट इस अभियान में मदद कर रहे थे।
PunjabKesari
मिशन के हीरो बने ब्रिटिश गोताखोर
ब्रिटिश गोताखोर जॉन वोलेंनथन और रिक स्टैटन मिशन के हीरो बने हैं। दोनों ब्रिटिश गोताखोरों ने पिछले सप्ताह मंगलवार को गुफा के कई किलोमीटर अंदर एक मिट्टी के टीले से सभी 13 लोगों को देखा था और उनके जिन्दा होने की पुष्टि की थी।
PunjabKesari
कैसे निकाले गए बच्चे
सबसे पहले गुफा के अंदर एक बेस बनाया गया जहां से फाइनल रैस्क्यू ऑप्रेशन चलाया जा रहा था। 8 जुलाई को यह तय किया गया कि हर बच्चे को बाहर निकालते वक्त 2 गोताखोर होंगे। एक गोताखोर बच्चे को अपने साथ लिए होगा और दूसरा उनके पीछे होगा।
PunjabKesari
इस ऑप्रेशन को पूरी दुनिया का सपोर्ट मिलने के साथ ही सबसे अच्छी बात यह रही कि 17 दिन तक गुफा में रहने के बावजूद बच्चों का मैंटल हैल्थ बड़ा ही बैलेंस था। बच्चों के लापता होने के 9 दिन बाद जब पहला वीडियो सामने आया तो उसमें बच्चे मदद को देखकर काफी खुश नजर आए थे। 
 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Isha

Recommended News

Related News