चीन की नजरें सोलोमन द्वीप पर भी, गुप्त समझौते ने बढ़ाई आस्ट्रेलिया-न्यूजीलैंड की टेंशन
punjabkesari.in Saturday, Mar 26, 2022 - 02:26 PM (IST)
सिडनीः चीन यूक्रेन-रूस जंग का चौतरफा फायदा उठाने की फिराक में है। एक तरफ वह अपने व्यापारियों को रूसी बाजार पर कब्जा करने की सलाह दे रहा है तो दूसरी तरफ वह दुनिया पर कब्जे की अपनी महत्वकांशाओं को पूरा करने में लगा हुआ है। दरअसल यूक्रेन पर रूसी हमले ने चीन की आक्रमकता और मनोबल बढ़ाने का काम किया है। इस संबंधे में लीक हुए एक दस्तावेज से संकेत मिलता है कि चीन की गिद्ध दृष्टि अब सोलोमन द्वीप पर गढ़ी है और यहां वह अपनी सैन्य मौजूदगी को बढ़ा सकता है। यह जानकारी पड़ोसी देश आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और अन्य मुल्कों की चिंता बढ़ाने वाली है। सोलोमन द्वीप की ओर से कहा गया है कि उसने चीन के साथ एक समझौता कर लिया है।
ऑस्ट्रेलिया के रक्षा मंत्री पीटर डटन ने शुक्रवार को बताया कि बीजिंग और होनियारा के बीच एक सुरक्षा मसौदा समझौते के ऑनलाइन लीक होने के बाद दुनिया की चिंता बढ़ गई है क्योंकि इस मसौदे में सोलोमन द्वीप में चीनी नौसैनिक अड्डा स्थापित करने के कदम का भी जिक्र है। समझौते की शर्तों के मुताबिक चीन अब सामाजिक व्यवस्था बरकरार रखने एवं अन्य वजहों का हवाला देते हुए में सोलोमन द्वीप में पुलिस और सेना के जवानों को भेज सकता है। यही नहीं चीन इस द्वीप में अपने जहाजों को भी कुछ समय के लिए भेज सकता है।
आस्ट्रेलिया का कहना है कि हमारे क्षेत्र को अस्थिर करने वाली किसी भी आक्रामक गतिविधि को लेकर हमारी चिंता जायज है। दरअसल सोलोमन द्वीप की राजधानी होनीआरा में पिछले साल दंगे हुए थे। हालांकि आस्ट्रेलिया एवं अन्य पड़ोसी मुल्कों ने सुरक्षा सहायता भेजी थी। अब इसमें चीन की एंट्री होने से तनाव पैदा होने की आशंका है। वहीं न्यूजीलैंड का कहना है कि चीन के साथ सोलोमन द्वीप का समझौता चिंता पैदा करने वाला है।
वहीं चीन की दलील है कि सोलोमन ने समान व्यवहार के आधार पर ऐसा किया है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा कि यह सौहार्द्रपूर्ण समझौता है। क्षेत्र में शांति एवं सदभाव को बढ़ावा देने वाला है। यह क्षेत्र में सभी देशों के हित में है। वांग वेनबिन ने दंगों से निपटने में सोलोमन द्वीप को किए जाने वाले सहयोग का तो जिक्र किया लेकिन समझौता को लेकर कोई जानकारी नहीं साझा की।