लश्कर-ए-तैयबा के उप प्रमुख अब्दुल रहमान मक्की की पाकिस्तान में मौत
punjabkesari.in Friday, Dec 27, 2024 - 01:37 PM (IST)
इंटरनेशनल डेस्क. लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के उप प्रमुख और 26/11 मुंबई हमलों के साजिशकर्ता अब्दुल रहमान मक्की की पाकिस्तान में मौत हो गई है। सूत्रों के अनुसार, मक्की पिछले कुछ दिनों से बीमार थे और Lahore के एक निजी अस्पताल में डायबिटीज का इलाज करवा रहे थे।
मक्की का आतंकवाद से जुड़ा करियर
मक्की का नाम 2008 में हुए मुंबई आतंकवादी हमलों (26/11) में भी शामिल था। इस हमले में 166 लोग मारे गए थे और 9 आतंकवादी मारे गए थे, जबकि एक आतंकवादी अजमल कसाब जीवित पकड़ लिया गया था। मक्की ने इन हमलों के लिए फंडिंग प्रदान की थी और वह भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक वांछित आतंकवादी था।
मक्की की गिरफ्तारी और सजा
मई 2019 में पाकिस्तान सरकार ने मक्की को गिरफ्तार किया और उसे Lahore में नजरबंद कर दिया था। 2020 में एक पाकिस्तानी अदालत ने मक्की को आतंकवादी वित्तपोषण से जुड़े मामलों में दोषी पाया और उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी।
रेड फोर्ट हमले और अन्य आतंकवादी घटनाएं
मक्की के खिलाफ भारत में और भी कई मामले दर्ज हैं। 22 दिसंबर 2000 को लश्कर-ए-तैयबा के छह आतंकवादियों ने दिल्ली के रेड फोर्ट पर हमला किया था और सुरक्षा बलों पर फायरिंग की थी। मक्की इस हमले में भी शामिल था। इसके अलावा 2018 में मक्की के आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ने प्रसिद्ध कश्मीरी पत्रकार शुजात बुखारी और उनके दो सुरक्षाकर्मियों की हत्या कर दी थी।
अजमल कसाब का भी आतंकवादी घोषित होना
गौरतलब है कि जनवरी 2023 में अजमल कसाब को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) द्वारा वैश्विक आतंकवादी घोषित किया गया था।
मक्की की मौत का प्रभाव
मक्की की मौत पाकिस्तान में हुई, लेकिन उसकी आतंकवादी गतिविधियों का भारत और दुनिया भर में व्यापक असर पड़ा है। अब्दुल रहमान मक्की की मौत से लश्कर-ए-तैयबा के खिलाफ भारत और पाकिस्तान दोनों में की जाने वाली जांच और कार्रवाई पर असर पड़ सकता है, लेकिन भारत सरकार इस मुद्दे पर सतर्क बनी हुई है।