भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर के बावजूद ये प्रतिबंध अभी भी रहेगा जारी
punjabkesari.in Saturday, May 10, 2025 - 07:53 PM (IST)

नेशनल डेस्क: भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव के बीच 10 मई को शाम 5 बजे दोनों देशों के बीच सीजफायर की घोषणा की गई है। हालांकि यह कदम एक महत्वपूर्ण मोड़ है, लेकिन भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ जो कुछ अहम फैसले लिए थे, जैसे सिंधु जल समझौता रद्द करना और पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द करना, वे अभी भी कायम रहेंगे। यह बैन पाकिस्तान के लिए अब भी एक बड़ा सिरदर्द बनकर रहेगा। आइए, जानें कि कौन-कौन से फैसले पाकिस्तान पर लागू रहेंगे और उनका असर क्या होगा।
सीजफायर के बावजूद पाकिस्तान पर बैन जारी रहेगा
भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर के ऐलान के बाद दोनों देशों के सैन्य अभियान को रोक दिया जाएगा, लेकिन भारत ने पाकिस्तान पर जो कुछ प्रतिबंध लगाए थे, उन्हें अभी भी बरकरार रखा है। इस फैसले का पाकिस्तान पर गहरा असर पड़ेगा, खासकर उन बैंकों और समझौतों पर, जिनका उसे अब तक लाभ मिल रहा था।
सिंधु जल समझौता रद्द
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान से सिंधु जल समझौता रद्द कर दिया था। यह समझौता दोनों देशों के बीच 1960 में हुआ था, जिसके तहत पाकिस्तान को भारत से पश्चिमी नदियों का पानी मिलता था। भारत ने पाकिस्तान के साथ यह समझौता निलंबित कर दिया और अब पाकिस्तान को उस पानी का इस्तेमाल नहीं करने दिया जाएगा। सीजफायर के बाद भी यह फैसला लागू रहेगा, और पाकिस्तान के लिए पानी की किल्लत एक गंभीर मुद्दा बना रहेगा।
पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द
पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तानी नागरिकों के लिए वीजा प्रक्रिया को भी रद्द कर दिया था। उन्हें भारत में प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई, और उन्हें 48 घंटे के अंदर देश छोड़ने का आदेश दिया गया। सीजफायर के बाद भी यह फैसला कायम रहेगा। पाकिस्तान के नागरिकों को वीजा नहीं दिया जाएगा, और उनकी यात्रा पर प्रतिबंध रहेगा। इससे पाकिस्तान के लिए न केवल कूटनीतिक मुश्किलें बढ़ेंगी, बल्कि इससे दो देशों के बीच जनता का संपर्क भी प्रभावित होगा।
पाकिस्तान को आर्थिक और कूटनीतिक मुश्किलें
सीजफायर का मतलब यह नहीं है कि पाकिस्तान को पूरी तरह से राहत मिल जाएगी। भारत ने पहले ही पाकिस्तान को बडी कूटनीतिक और आर्थिक मुश्किलों में डाल रखा है। सिंधु जल समझौते की रद्दी, वीजा प्रतिबंध और अन्य कड़े फैसले पाकिस्तान के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो रहे हैं। पाकिस्तान को पानी की कमी का सामना करना पड़ेगा और इसका असर उसके कृषि क्षेत्र पर भी पड़ेगा।
भारत का कड़ा रुख और पाकिस्तान की स्थिति
सीजफायर का मतलब यह नहीं है कि दोनों देशों के रिश्ते सामान्य हो गए हैं। भारत ने पाकिस्तान को यह स्पष्ट कर दिया है कि जिन फैसलों को उसने अपने सुरक्षा हितों को ध्यान में रखते हुए लिया है, वे सीजफायर के बाद भी लागू रहेंगे। यह संदेश पाकिस्तान को एक कड़ा संकेत है कि भारत के साथ रिश्तों में सुधार तभी हो सकता है जब वह अपनी नीतियों में बदलाव लाए और आतंकवाद के खिलाफ ठोस कदम उठाए।