OMG! दुनिया की सबसे महंगी कॉफी, 1 कप की कीमत हजारों में... हाथी के मल से की जाती है तैयार

punjabkesari.in Monday, May 19, 2025 - 02:19 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क। कनाडा के एक बिजनेसमैन ब्लेक डिंकिन ने एक ऐसी अनोखी कॉफी ईजाद की है जिसका स्वाद तो लाजवाब बताया जाता है लेकिन इसे बनाने का तरीका सुनकर आपका मुंह कड़वा हो सकता है। दुनिया की सबसे महंगी कॉफी में शुमार 'ब्लैक आइवरी कॉफी' असल में हाथियों के गोबर से बनती है। जी हां यह सुनकर भले ही अजीब लगे लेकिन हकीकत यही है। इस कॉफी के एक कप की कीमत लगभग 5 हजार रुपये तक होती है।

कैसे बनती है गोबर वाली कॉफी?

ब्लैक आइवरी कॉफी की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार इसे बनाने की प्रक्रिया वाकई हैरान करने वाली है। सबसे पहले हाथियों को भारी मात्रा में कॉफी के कच्चे फल खिलाए जाते हैं। हाथी इन फलों को पचाने के बाद गोबर करते हैं। फिर इस गोबर को इकट्ठा किया जाता है और उसमें से कॉफी के बीज छांटे जाते हैं। अंदाजा लगाइए लगभग 33 किलो कॉफी के कच्चे फल खिलाने के बाद एक हाथी के गोबर से सिर्फ एक किलो कॉफी के बीज ही निकल पाते हैं।

इन बीजों को फिर धूप में अच्छी तरह सुखाया जाता है और उसके बाद इन्हें पीसकर ब्लैक आइवरी कॉफी तैयार की जाती है। दिलचस्प बात यह है कि इतनी अजीबोगरीब प्रक्रिया से गुजरने के बाद भी यह कॉफी बिल्कुल भी कड़वी नहीं होती। इस महंगी कॉफी का बड़े पैमाने पर उत्पादन थाईलैंड में किया जाता है।

 

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इन जानवरों की 'पॉटी' से भी बनती है महंगी कॉफी

ब्लैक आइवरी कॉफी अकेली ऐसी नहीं है जो जानवरों के मल से बनती है। दो और ऐसी कॉफी हैं जो इसी अनोखे तरीके से तैयार की जाती हैं:

➤ कोपी लुवाक कॉफी: यह कॉफी इंडोनेशिया में मिलती है और एशियाई पाम सिवेट नामक बिल्ली जैसे जानवर की पॉटी से इकट्ठा किए गए बीन्स से बनती है। सिवेट पके हुए कॉफी चेरी खाता है जो उसकी आंतों में एक विशेष फर्मेंटेशन प्रक्रिया से गुजरते हैं और फिर एक या दो दिन बाद गुच्छों में बाहर आ जाते हैं। इन प्रोसेस्ड बीन्स को दुनिया की सबसे महंगी कॉफी बीन्स में से एक माना जाता है और इसका स्वाद भी काफी अलग होता है।

➤ जाकू बर्ड पूप कॉफी: ब्राजील दुनिया का सबसे बड़ा कॉफी उत्पादक देश है और यहां एक खास कॉफी ब्राजील के जैकू पक्षियों की पॉटी से इकट्ठा की जाती है। ये पक्षी सबसे पके हुए कॉफी चेरी खाते हैं और फिर उनकी पॉटी से बीन्स निकालकर साफ किए जाते हैं जिसके बाद उन्हें भूनकर स्पेशल कॉफी बीन्स तैयार किया जाता है।

तो अगली बार जब आप एक महंगी कॉफी की चुस्की लें तो सोचिएगा कि वह किन अनोखे रास्तों से होकर आप तक पहुंची है।


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Content Editor

Rohini Oberoi

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