‘ताइवान कार्ड’ खेलने को लेकर चीन ने भारत को चेताया

punjabkesari.in Wednesday, Feb 15, 2017 - 05:41 PM (IST)

बीजिंग:ताइवान के एक संसदीय प्रतिनिधिमंडल के भारत दौरे से नाराज चीन ने आधिकारिक तौर पर नई दिल्ली से ऐतराज जताया है।चीन ने कहा है कि भारत को ताइवान से संबंधित मुद्दों को समझदारी से डील करना चाहिए ताकि चीन-भारत संबंधों को बेहतर रखा जा सके। 


'ताइवान कार्ड खेलना' 'आग से खेलने' जैसा
बता दें कि चीन की सरकारी मीडिया ने बुधवार सुबह नई दिल्ली को चेतावनी के लहजे में कहा कि 'ताइवान कार्ड खेलना' 'आग से खेलने' के जैसा है।दरअसल ताइवान मुद्दे को लेकर चीन ने अपने सरकारी अखबार 'ग्लोबल टाइम्स' में एक आर्टिकल में लिखा है कि अगर भारत ताइवान कार्ड खेलता है तो ये उसका आग से खेलने जैसा होगा। नई दिल्ली को इसके गंभीर नतीजे भुगतने होंगे।"आर्टिकल में कहा गया है,"ताइवान, भारत में स्टील, टेलिकॉम और इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में इन्वेस्टमेंट कर मोदी के मेक इन इंडिया कैम्पेन को मजबूत कर रहा है।"


एक तरफ लेख में यह कहा गया है कि ताइवान के राष्ट्रपति साइ इंग-वेन 'चीन के खिलाफ भारत के कूटनीतिक संदेहों' का शोषण कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ इसमें संसदीय प्रतिनिधिमंडल के दौरे पर पेइचिंग के संदेह को भी प्रदर्शित किया गया है। लेख में लिखा है, 'भारत और ताइवान के बीच उच्च स्तरीय द्विपक्षीय दौरे अकसर नहीं होते हैं, ऐसे में भारत ने इस वक्त ताइवान के प्रतिनिधिमंडल को बुलावा क्यों भेजा?'


चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुवांग ने ताइवान के संसदीय प्रतिनिधिमंडल की नई दिल्ली यात्रा के संदर्भ में मीडिया से कहा,‘‘चीन ने भारत के समक्ष विरोध दर्ज कराया है।’’गेंग ने कहा,‘‘हमें आशा है कि चीन की मूल चिंताओं को भारत समझेगा और उसका सम्मान करेगा।साथ ही ‘एक-चीन’ की नीति के साथ रहेगा और ताइवान से जुड़े मुद्दों से सावधानी से निपटेगा और भारत-चीन रिश्ते को बनाए रखने और बेहतर बनाने की दिशा में काम करेगा।’’भारत में कार्यालय को उन्नत बनाने की ताइवान की घोषणा के संदर्भ में उन्होंने कहा,‘‘जिन देशों का चीन और ताइवान दोनों के साथ राजनयिक संबंध हैं, उन देशों के बीच किसी भी तरह के आधिकारिक संपर्क और बातचीत के हम हमेशा खिलाफ रहे हैं।साथ ही हम किसी भी तरह की आधिकारिक संस्था की स्थापना के भी खिलाफ हैं।’’गेंग ने कहा कि ‘भारतीय पक्ष ने ताइवान संबंधी मुद्दों को लेकर प्रतिबद्धता जाहिर की है।’ 


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