दुनिया की सबसे तेज चलने वाली मिसाइल बनाने की कोशिश में चीन, स्पीड 40 हजार किमी/घंटा
punjabkesari.in Friday, Sep 09, 2022 - 08:31 PM (IST)

नेशनल डेस्क : चीन अपने मिसाइलों की गति को बढ़ाने के लिए लगातार नए कदम उठा रहा है। इसके लिए चीनी इंजीनियर लगातार शक्तिशाली हाइपरसोनिक विंड टनल का निर्माण कर रहे हैं। चीन ने कुछ समय पहले ही सिचुआन प्रांत में एक हाई पावर विंड टनल को ऑपरेशनल किया है। यह विंड टनल धरती पर एक्स्ट्रीम फ्लाइट कंडीशन का निर्माण करने में सक्षम है। बताया जा रहा है कि इस विंड टनल में हवा को तेज गति से गुजार कर इंजन और एयरोडॉयनेमिक ढांचे को टेस्ट किया जाता है।
विंड टनल से चीन को क्या फायदा
तुलना के लिए, अंतरिक्ष से पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश करने वाले अंतरिक्ष यान आमतौर पर सिर्फ 17500 मील प्रति घंटे या मैक 25 की स्पीड तक ही पहुंचते हैं। ऐसे में ये विंड टनल न सिर्फ हाइपरसोनिक हथियारों और व्हीकल्स का परीक्षण करने में सक्षम होंगे, बल्कि इससे अंतरिक्ष यान के निर्माण में भी काफी मदद मिल सकती है। विंड टनल से मिले डेटा का विश्लेषण कर अंतरिक्ष यान को पृथ्वी पर लौटने से लेकर गुरुत्वाकर्षण से बचने और अन्य ग्रहों पर उतरने तक हर चीज के लिए डिज़ाइन किया जा सकता है।
मिसाइल की स्पीड 40 हजार किमी/घंटा
साउथ चाइना मार्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, चीन का लक्ष्य अपनी मिसाइलों को मैक 33 की गति प्रदान करना है। इससे चीनी मिसाइलें 40 हजार किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड को पा सकती हैं। ऐसे में उन्हें रोकने वाला कोई भी नहीं होगा। दुनिया में अभी तक किसी भी हाइपरसोनिक मिसाइल को रोकने के लिए डिफेंस सिस्टम का निर्माण नहीं हुआ है। ऐसे में चीन अगर मैक 33 की रफ्तार को पा लेता है, तो यह पूरी दुनिया के लिए खतरा साबित हो सकता है। चीन के पास पहले से ही डीएफ-17 नाम की हाइपरसोनिक एंटी शिप मिसाइल मौजूद है।