‘हॉर्न ऑफ अफ्रीका'' के लिए चीन के पहले दूत ने की मध्यस्थता की पेशकश

punjabkesari.in Tuesday, Jun 21, 2022 - 01:11 PM (IST)

 इंटरनेशनल डेस्क:  ‘हॉर्न ऑफ अफ्रीका' में चीन के पहले विशेष दूत ने सोमवार को क्षेत्र में विवादों में मध्यस्थता की पेशकश की। शू बिंग ने इथियोपिया की राजधानी अदीस अबाबा में चीन के नेतृत्व वाले शांति सम्मेलन में कहा ''मैं खुद इस क्षेत्र के देशों की इच्छा के आधार पर विवादों के शांतिपूर्ण समाधान के लिए मध्यस्थता के प्रयास करने के लिए तैयार हूं।'' रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण ‘हॉर्न ऑफ अफ्रीका' में शामिल इथियोपिया अपने उत्तरी टिग्रे क्षेत्र से शुरू हुए युद्ध से हिल गया है।

 

प्रधानमंत्री अबी अहमद ने पिछले सप्ताह कहा था कि सरकार अब युद्ध नहीं चाहती है। उन्होंने उन खबरों का खंडन किया कि प्रतिद्वंद्वी टिग्रे नेताओं के साथ बातचीत हो रही थी, लेकिन कहा कि एक सरकारी समिति जल्द ही इस मुद्दे पर एक रोड मैप पेश करेगी। इथियोपिया सरकार के प्रवक्ता लेगेसी तुलु ने सोमवार को प्रतिक्रिया नहीं दी, जब उनसे पूछा गया कि क्या सरकार चीन की मध्यस्थता की पेशकश को स्वीकार करेगी।

 

अफ्रीकी संघ, अमेरिका और केन्या द्वारा हाल के महीनों में मध्यस्थता के अन्य प्रयास किए गए हैं। चीन के नेतृत्व वाले शांति सम्मेलन में भाग लेने वालों में सूडान, सोमालिया, दक्षिण सूडान, केन्या, युगांडा और जिबूती के विदेश मंत्री या प्रतिनिधि थे। ‘हॉर्न ऑफ़ अफ्रीका', जिसे सोमाली प्रायद्वीप के नाम से भी जाना जाता है,यह पूर्वी अफ्रीका का एक बड़ा प्रायद्वीप है। अफ्रीकी मुख्य भूमि के पूर्वी भाग में स्थित, यह दुनिया का चौथा सबसे बड़ा प्रायद्वीप है। इसमें इथियोपिया, इरिट्रिया, सोमालिया और जिबूती आते हैं। व्यापक परिभाषा में केन्या, सूडान, दक्षिण सूडान और युगांडा के कुछ हिस्से या पूरे हिस्से भी आते हैं। 


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Content Writer

Tanuja

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