कनाडा पुलिस ने कहा- एयर इंडिया ‘कनिष्क'' उड़ान में बम विस्फोट की जांच अभी जारी

punjabkesari.in Saturday, Jun 22, 2024 - 05:33 PM (IST)

ओटावा: कनाडा की पुलिस ने कहा है कि एअर इंडिया की उड़ान संख्या-182 को बम से उड़ाने की जांच अब भी जारी है। पुलिस ने इसे आतंकवाद के मामले की सबसे लंबी और सबसे जटिल जांच में से एक बताया है। पुलिस ने यह टिप्पणी विमान को बम से उड़ाने के 39 साल पूरे होने से तीन दिन पहले की है। मॉन्ट्रियल-नयी दिल्ली एयर इंडिया ‘कनिष्क' उड़ान संख्या-182 में 23 जून 1985 को लंदन के हीथ्रो हवाई अड्डे पर उतरने से 45 मिनट पहले विस्फोट हो गया, जिससे विमान में सवार सभी 329 लोग मारे गए थे। इनमें ज्यादातर भारतीय मूल के कनाडाई थे। यह बम सिख आतंकवादियों ने ‘ऑपरेशन ब्लू स्टार' के जवाब में रखा था।

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यह अभियान अमृतसर में स्वर्ण मंदिर को आतंकवादियों से मुक्त कराने के लिए 1984 में चलाया गया था। रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस (आरसीएमपी) के सहायक आयुक्त डेविड टेबौल ने एक बयान में कहा कि बम विस्फोट की यह वारदात देश के इतिहास में कनाडाइयों की जान लेने वाली और उन्हें प्रभावित करने वाली आतंकवाद संबंधी सबसे भयावह घटना है। उन्होंने पीड़ित परिवारों के प्रति सहानुभूति व्यक्त की। टेबौल ने कहा कि एअर इंडिया बम विस्फोट मामले की तफ्तीश देश के इतिहास में सबसे लंबी और घरेलू आतंकवाद से संबंधित सबसे जटिल जांच में से एक है। उन्होंने कहा, ‘‘घटना संबंधी जांच के हमारे प्रयास सक्रिय रूप से जारी हैं।'' उन्होंने जोर देकर कहा कि बम विस्फोट का प्रभाव "समय के साथ कम नहीं हुआ है" और इससे उत्पन्न आघात ने पीढ़ियों को प्रभावित किया है। टेबौल ने कहा, ‘‘हमें इस त्रासदी और अन्य आतंकवादी कृत्यों में हुई निर्दोष लोगों की मौतों को कभी नहीं भूलना चाहिए।'' वैंकूवर और टोरंटो स्थित भारत के वाणिज्य दूतावासों ने बम विस्फोट की वर्षगांठ पर स्मृति सभाएं आयोजित करने की योजना बनाई है।  

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उधर,  भारतीय मूल के कनाडाई सांसद चंद्रा आर्य ने गुरुवार को 1985 के एयर इंडिया बम विस्फोट को याद किया, जिसमें 329 लोगों की जान चली गई थी, और कहा कि आतंकवादी हमले के लिए जिम्मेदार विचारधारा अभी भी कनाडा में कुछ लोगों के बीच जीवित है।  कनाडाई संसद में बोलते हुए श्री आर्य ने कहा कि "खालिस्तानी समर्थकों" द्वारा पूर्व भारतीय प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या का जश्न मनाना दर्शाता है कि "अंधेरी ताकतें फिर से सक्रिय हो गई हैं।" उन्होंने हाल की घटनाओं के संबंध में हिंदू कनाडाई लोगों की चिंताओं पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, "अध्यक्ष महोदय, 23 जून आतंकवाद के पीड़ितों की याद का राष्ट्रीय दिवस है। 39 वर्ष पहले, इसी दिन, एयर इंडिया की उड़ान संख्या 182 को कनाडा के खालिस्तानी चरमपंथियों द्वारा लगाए गए बम से दोपहर में उड़ा दिया गया था। इसमें सभी 329 यात्री और चालक दल के सदस्य मारे गए थे और यह कनाडा के इतिहास में सबसे बड़ा सामूहिक हत्याकांड है।"


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Content Writer

Tanuja

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