UNGA में बोले बाइडन- नया शीतयुद्ध नहीं चाहते, अफगानिस्तान को लेकर कही बड़ी बात

punjabkesari.in Wednesday, Sep 22, 2021 - 06:13 AM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने पहले संबोधन में यह घोषणा की कि दुनिया ‘‘इतिहास में एक बदलाव के बिंदु'' पर खड़ी है और उसे कोविड-19 महामारी, जलवायु परिवर्तन और मानवाधिकार हनन के मुद्दों से निपटने के लिए तेजी से सहयोगात्मक रूप से आगे बढ़ना चाहिए। चीन को लेकर बढ़ते तनाव के बीच बाइडन ने यह भी घोषणा की कि अमेरिका ‘‘एक नया शीतयुद्ध नहीं चाहता है।'' बाइडन ने चीन का सीधे उल्लेख किये बिना दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव को लेकर बढ़ती चिंताओं को स्वीकार किया। हालांकि उन्होंने कहा, ‘‘हम एक नया शीतयुद्ध या कठोर ब्लॉक में विभाजित दुनिया नहीं चाहते हैं।''

बाइडन ने पिछले महीने अफगानिस्तान में अमेरिका के सबसे लंबे युद्ध को समाप्त करने के अपने फैसले का उल्लेख किया और अपने प्रशासन के लिए दुनिया के सामने उत्पन्न संकटों से निपटने के लिए एक रूपरेखा तय की। उन्होंने कहा कि वह इस विश्वास से प्रेरित हैं कि ‘‘अपने लोगों की बेहतरी के लिए हमें बाकी दुनिया के साथ भी गहराई से जुड़ना चाहिए।'' बाइडन ने कहा, ‘‘हमने अफगानिस्तान में 20 साल से चल रहे संघर्ष को खत्म कर दिया है।'' उन्होंने कहा, ‘‘ऐसे में जब हमने इस युद्ध को समाप्त किया है, हम अपनी विकास सहायता का इस्तेमाल दुनिया भर में लोगों के उत्थान के लिए करने की कूटनीति के एक नए युग की शुरुआत कर रहे हैं।''

बाइडन मंगलवार के अपने संबोधन से पहले महासचिव एंतोनियो गुतारेस से मिलने के लिए सोमवार शाम न्यूयॉर्क पहुंचे थे। बाइडन ने इतिहास के एक कठिन समय में इस वैश्विक निकाय की प्रासंगिकता और आकांक्षा का पूरी तरह से समर्थन की पेशकश की। बाइडन ने कहा कि अमेरिका ने स्वास्थ्य सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन से लेकर उभरती प्रौद्योगिकियों तक की चुनौतियों का सामना करने के लिए भारत, ऑस्ट्रेलिया और जापान के साथ क्वाड साझेदारी का ‘‘उन्नयन'' किया है।

उच्च स्तरीय 76वीं संयुक्त राष्ट्र महासभा में भाग लेने वाले विश्व नेताओं को संबोधित करते हुए बाइडन ने कहा कि राष्ट्रपति पद पर पिछले आठ महीनों में उन्होंने अमेरिका के गठबंधनों के पुनर्निर्माण को प्राथमिकता दी है, अपनी साझेदारी को पुनर्जीवित किया है और यह स्वीकार किया है कि वे जरूरी होने के साथ ही अमेरिका की सुरक्षा और समृद्धि के लिए आवश्यक हैं।

बाइडन ने कहा, ‘‘जब अमेरिका प्राथमिकताओं और दुनिया के क्षेत्रों पर अपना ध्यान केंद्रित कर रहा है, जैसे कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र जो आज और कल सबसे अधिक अहम है, हम संयुक्त राष्ट्र जैसे बहुपक्षीय संस्थानों के सहयोग से अपने सहयोगियों और भागीदारों के साथ ऐसा करेंगे। '' उन्होंने कहा, ‘‘हमने स्वास्थ्य सुरक्षा से लेकर जलवायु परिवर्तन से लेकर उभरती प्रौद्योगिकियों तक की चुनौतियों का सामना करने के लिए ऑस्ट्रेलिया, भारत, जापान और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच क्वाड साझेदारी को बढ़ाया है।''


 


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Content Writer

Yaspal

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