इस्लामी देशों की बड़ी बैठक: ईरान पर हमले रोकने को लेकर OIC का नया कदम
punjabkesari.in Sunday, Jun 22, 2025 - 09:31 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः इस्तांबुल में OIC विदेश मंत्रियों की बैठक के बाद, 57 सदस्य देशों ने एक संयुक्त घोषणा जारी की जिसमें उन्होंने इस्लामी सहयोग संगठन (OIC) द्वारा एक मंत्री स्तरीय संपर्क समूह गठित करने की घोषणा की है। इस समूह का कार्य होगा, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय पार्टियों से नियमित संपर्क बनाए रखना ताकि अरब–ईरान और इजरायल के बीच हालात को शांत करने में मदद मिल सके और ईरान पर हो रही आक्रामकता रोकी जाए।
क्या-क्या कहा गया?
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इजरायल की आक्रामकता की कड़ी निंदा
OIC ने “इजरायल की आक्रामकता” को तत्काल बंद करने की अपील की है और कहा कि यहां की हालिया हिंसा और हमलों ने अस्थिरता बढ़ा दी है। -
भारत समेत अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आग्रह
बयान में वैश्विक समुदाय को कहा गया है कि वे प्रभावी उपाय करें जिससे इजरायल को जवाबदेह ठहराया जा सके। -
अमेरिकी हमलों का कोई जिक्र नहीं
हालांकि उसी समय अमेरिकी B‑2 बमवर्षकों ने ईरान के न्युक्लियर स्थलों फोर्डो, नतंज व इस्फहान पर बमबारी की है, पर ये बयान उस हमले का जिक्र नहीं करता।
मौजूदा तनाव और हालिया घटनाक्रम
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अमेरिकी विमान हमले
22 जून, 2025 को अमेरिका ने तीन प्रमुख ईरानी परमाणु स्थलों फोर्डो, नतंज और इस्फहान पर हमले किए। अमेरिका का कहना है कि उनका मिशन सकारात्मक था—ईरान के न्यूक्लियर कार्यक्रम को धीमा करने के उद्देश्य से। -
इजरायल की सैन्य प्रतिक्रिया
इसी दौरान इजरायल ने भी ईरान भर में "हरकत भरे" लक्ष्यों पर फायर किए और इरान ने बदले में मिसाइल व ड्रोन से पलटवार किया । -
दुनियाभर की टिप्पणियां
विश्व समुदाय—जैसे चीन, रूस, यूरोपीय संघ और संयुक्त राष्ट्रने स्थिति को शांति से हल करने की अपील की। वहीं, रूस–चीन सहित कई देशों ने अमेरिकी और इजरायली हमलों की निंदा की।
OIC का मकसद
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डीएसए समयबद्ध संपर्क: सामूहिक शांति प्रयासों को सशक्त बनाने की कोशिश।
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आक्रामकता रोकना: ईरान पर हो रहे हमलों को समाप्त कराने की मांग।
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अंतरराष्ट्रीय जवाबदेही: इजरायल को उनके युद्ध अपराधों के लिए जिम्मेदार ठहराना।