OIC बैठक में तुर्की का बड़ा प्रस्ताव, एर्दोगन ने कहा – ईरान-अमेरिका में सीधी बातचीत होनी चाहिए
punjabkesari.in Saturday, Jun 21, 2025 - 10:46 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः ईरान और इज़रायल के बीच जारी युद्ध अब पूरे मध्य पूर्व क्षेत्र को अस्थिर कर रहा है। इस संकट के बीच शनिवार को ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराकची तुर्की की राजधानी इस्तांबुल पहुंचे, जहां उन्होंने तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप एर्दोगन से एक अहम बैठक की। यह मुलाक़ात इस्लामी सहयोग संगठन (OIC) के शिखर सम्मेलन के इतर हुई।
बैठक के बाद राष्ट्रपति एर्दोगन ने एक स्पष्ट कूटनीतिक संदेश देते हुए कहा कि तुर्की अमेरिका और ईरान के बीच सीधी बातचीत का समर्थक है और अगर दोनों पक्ष चाहें तो तुर्की मध्यस्थता के लिए तैयार है।
एर्दोगन ने कहा, “अब वक्त आ गया है कि ईरान और अमेरिका सीधे बातचीत करें, ताकि इज़रायल-ईरान युद्ध को रोका जा सके। क्षेत्र में स्थायित्व और शांति के लिए यही एकमात्र रास्ता है।”
युद्ध से बढ़ते संकट पर चर्चा
बैठक में इज़रायल-ईरान संघर्ष की गंभीरता, मानवीय संकट, परमाणु कार्यक्रम और क्षेत्रीय सुरक्षा को लेकर व्यापक चर्चा हुई। तुर्की के राष्ट्रपति कार्यालय ने एक बयान में कहा कि ईरान के परमाणु कार्यक्रम से जुड़े विवादों को बल प्रयोग के बजाय राजनयिक बातचीत से सुलझाना चाहिए।
इस वार्ता में तुर्की के रक्षा मंत्री, विदेश मंत्री और खुफिया प्रमुख भी मौजूद थे, जो यह दर्शाता है कि अंकारा इस क्षेत्रीय संकट को लेकर अत्यंत गंभीर है।
तुर्की का मध्यस्थ बनने का प्रस्ताव
राष्ट्रपति एर्दोगन ने यह भी बताया कि तुर्की ने अतीत में भी कई देशों से इस युद्ध को रोकने को लेकर संपर्क किया है और मौजूदा हालात में वह एक कूटनीतिक पुल की भूमिका निभाना चाहता है।
कतर-ईरान वार्ता भी हुई
OIC सम्मेलन के दौरान ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराकची और कतर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी के बीच भी अहम बातचीत हुई। माना जा रहा है कि दोनों नेताओं के बीच इज़रायल के साथ बढ़ते युद्ध, अमेरिका की भूमिका और क्षेत्रीय रणनीति को लेकर विचार-विमर्श हुआ।