Dhaka: 16 घंटे तक जलती रही कोराइल स्लम, हजारों परिवार बेघर- 1500 से अधिक झुग्गियां जलकर राख

punjabkesari.in Thursday, Nov 27, 2025 - 10:28 AM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क: बांग्लादेश की राजधानी ढाका के कोराइल झुग्गी बस्ती में मंगलवार शाम अचानक भयंकर आग लगने से हाहाकार मच गया। लगभग 16 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद ही दमकलकर्मियों ने आग पर काबू पाया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस हादसे में कोई जान नहीं गई, लेकिन 1500 से अधिक झुग्गियां जलकर राख हो गईं और हजारों लोग बेघर हो गए।

भूकंप जैसी तबाही, 16 घंटे तक लगी आग
फायर सर्विस एंड सिविल डिफेंस डिपार्टमेंट के ड्यूटी ऑफिसर राशिद बिन खालिद ने बताया कि संकरी गलियों और झुग्गियों की कच्ची संरचना के कारण आग पर काबू पाना बेहद कठिन था। अधिकारीयों के अनुसार, इलाके में आग बुझाने में काफी समय लगा, लेकिन किसी तरह कोई जान का नुकसान नहीं हुआ।

कोराइल झुग्गी बस्ती: 60,000 परिवारों का घर
फायर सर्विस के डायरेक्टर लेफ्टिनेंट कर्नल मोहम्मद ताजुल इस्लाम चौधरी ने कहा कि लगभग 1500 झुग्गियां पूरी तरह जलकर नष्ट हुईं या गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हुईं। बस्ती में करीब 60,000 परिवार रहते हैं, जिनमें अधिकांश जलवायु आपदाओं और गरीबी से प्रभावित शरणार्थी हैं। यह बस्ती ढाका के पॉश इलाकों गुलशन और बनानी के बीच स्थित है, जहां ऊंची इमारतें और ऑफिस बिल्डिंग्स भी हैं। रातभर आग की लपटों और धुएं के कारण पूरा क्षेत्र अंधेरे में डूबा रहा।

बेघर हुए लोग, मलबे में खोजते रहे कीमती सामान
जलने के बाद प्रभावित लोग बुधवार को मलबे में अपने व्यक्तिगत और कीमती सामान खोजते नजर आए। दमकलकर्मियों ने बताया कि संकरी गलियों के कारण आग बुझाने में देरी हुई।

ढाका शहर में करीब 1.25 करोड़ की आबादी है और सैकड़ों झुग्गी बस्तियां फैली हुई हैं। ग्रामीण इलाकों से आए लोग गरीबी, शोषण और जलवायु संकट के कारण यहां शरण लेते हैं। वे रिक्शा चलाने, घरों में छोटे-मोटे काम या सफाई करके जीवनयापन करते हैं।

आग की वजह और राहत प्रयास
आधिकारिक तौर पर आग लगने के कारणों की जांच जारी है। राहत और पुनर्वास के लिए स्थानीय प्रशासन और एनजीओ सक्रिय हैं, लेकिन प्रभावित लोगों की तात्कालिक स्थिति गंभीर बनी हुई है।


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Content Editor

Anu Malhotra

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