चीन में उइगर मुस्लिमों पर जुल्म, महिलाओं के साथ बेड शेयर कर रहे हैं चीनी अधिकारी
punjabkesari.in Tuesday, Dec 24, 2019 - 11:49 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क: चीन के उइगर मुस्लिमों के दर्द दास्तां किसी से छिपी नहीं है। अपने ही देश में उइगर मुस्लिमों को किस तरह की परेशानियों से जूझना पड़ रहा है इसको लेकर कई तरह की रिपोर्ट सामने आ चुकी हैं। चीन में रहने वाले इन लोगों पर संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट भी बेहद चौंकाने वाली है। बीते दिनों एक रिपोर्ट आई थी जिसमें डिटेंशन सेंटर से आई कई महिलाओं ने दावा किया था कि वहां चीन उइगर मुस्लिम महिलाओं को इंजेक्शन देकर बांझ बना रहा है ताकि वो बच्चे पैदा न कर सकें और चीन में उइगर मुस्लिमों की संख्या न बढ़े।
डिटेंशन सेंटर से लौटी महिलाओं में से एक ने बताया था कि वो (चीनी सरकार) हमें समय-समय पर आकर इंजेक्शन देते थे जिसके बाद हमारा पीरियड्स आना बंद हो गया जिसका साफ मतलब था कि हमें बांझ बनाया जा रहा था। इतना ही नहीं कुछ रिपोर्टों में ये भी दावा किया गया है कि उइगर मुस्लिम महिलाओं को चीनी मर्दों के साथ सोने के लिए जबरदस्ती मजबूर किया जाता है और इसके लिए वहां एक कार्यक्रम 'जोड़ी बनाओ और परिवार बनो' भी चलाया जा रहा है।
उइगर महिलाओं के साथ रात बिताते हैं अधिकारी
गौरतलब है कि चीन में इसको लेकर एक सुनियोजित प्लान के तहत काम किया जा रहा है। चीन ने उइगर मुस्लिम महिलाओं के साथ सोने के लिए एक अलग तरह की योजना चलाई जा रही है।'जोड़ी बनाओ और परिवार बनो' के नाम से चल रही इस योजना के तहत चीन इन कामों को अंजाम दे रहा है। योजना के अनुसार चीनी अधिकारी उइगर महिलाओं के घर कुछ दिन तक रुकते हैं। ये अधिकारी इस दौरान एक परिवार के सदस्य की तरह ही व्यवहार करते हैं। साथ सोने से लेकर खाने-पीने तक का काम एक प्लान के तहत किया जाता है।
उइगरों में राष्ट्रवाद की भावना जगाते हैं अधिकारी
दरअसल, इन बातों का खुलासा एक चीनी अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त के बाद ही साझा किया। अधिकारी ने कहा,'उइगर परिवारों को हमारी तरफ से सहयोग व मदद दी जाती है। उन्हें अच्छे विचारों की तरफ मोड़ने के लिए और राष्ट्रवाद की भावना से जोड़ने के लिए हम उनसे बातचीत भी करते हैं। उनसे जीवन और देश के बारे में भी बातचीत कर उनमें हम राष्ट्रवाद की भावना जगाते हैं।'
चीन में उइगरों पर हो रहे जुल्म की आलोचना पूरी दुनिया में हो रही है। ये लोग चीन स्थित शिनजियांग प्रांत में रहते हैं। इनके साथ चीन में सौतेला व्यवहार किया जाता है। इनके नमाज अदा करने पर भी चीन ने पाबंदी लगा रखी है। इतना ही नहीं इनकी हर गतिविधि पर तकनीक द्वारा नजर रखी जाती है।