ना जंग जीती, ना इज्जत बची फिर भी पाकिस्तान ने आसिम मुनीर को बना दिया ‘फील्ड मार्शल
punjabkesari.in Tuesday, May 20, 2025 - 06:28 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क: पाकिस्तान की सेना में एक बड़ा फैसला लिया गया है। जनरल आसिम मुनीर को देश का दूसरा फील्ड मार्शल बना दिया गया है। यह पद पाकिस्तान की सेना में सबसे ऊंचा होता है और अब तक केवल एक ही व्यक्ति जनरल अयूब खान को यह रैंक दी गई थी। आसिम मुनीर मौजूदा समय में पाकिस्तान के सेना प्रमुख हैं और पहले आईएसआई के प्रमुख भी रह चुके हैं। लेकिन उनके कार्यकाल को लेकर देश के भीतर और बाहर कई सवाल उठते रहे हैं। न तो आतंकी गतिविधियों पर लगाम लगी और न ही भारत से तनाव कम हुआ।
पाकिस्तान में जश्न का माहौल है, लेकिन यह जश्न किसी जीत का नहीं बल्कि एक 'झूठी जीत के प्रचार' का है। पाकिस्तान की शहबाज शरीफ सरकार ने भारतीय सेना से मुंह की खाने के बावजूद अपने सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर को देश का फील्ड मार्शल बना दिया है। पाकिस्तान कैबिनेट ने इस प्रस्ताव को मंगलवार को मंजूरी दे दी, जिससे असीम मुनीर अब देश के इतिहास में दूसरे फील्ड मार्शल बन गए हैं। साल 1959 में अयूब खान के बाद यह पहली बार है जब किसी पाकिस्तानी जनरल को यह सर्वोच्च सैन्य रैंक दी गई है। लेकिन इस फैसले के पीछे जमीनी हकीकत से ज्यादा राजनीतिक प्रोपेगेंडा है।
हाल ही में भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़े सैन्य तनाव के दौरान, भारतीय सेना ने पाकिस्तान के कई आतंकी और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाकर तबाह कर दिया। LOC पार कई जगहों पर सटीक हमलों के बाद पाकिस्तान की जवाबी क्षमता पूरी तरह नाकाम रही। इन घटनाओं के बाद जहां भारतीय जनता में गर्व और विश्वास का माहौल रहा वहीं पाकिस्तान की सरकार ने उल्टा रास्ता अपनाया। जैसे-जैसे पाकिस्तान की जनता में असंतोष और सवाल बढ़े, शहबाज सरकार ने एक नया कार्ड खेला – सेनाध्यक्ष का प्रमोशन। इस कदम के जरिए पाकिस्तान एक नया नैरेटिव गढ़ने की कोशिश कर रहा है कि उसने भारत के खिलाफ लड़ाई में कोई बड़ी सफलता पाई है। असीम मुनीर को फील्ड मार्शल बनाकर वहां की जनता को यह जताया जा रहा है कि उन्होंने कोई ‘ऐतिहासिक जंग’ जीती है।