बाढ़ से खतरे में दुनिया का सबसे बड़ा बांध
punjabkesari.in Saturday, Aug 22, 2020 - 12:20 PM (IST)

बीजिंगः कोरोना वायरस के बाद अब चीन में बारिश और बाढ़ जमकर कहर बरपा रही है । चीन में भारी बारिश की वजह से कई इलाकों में बाढ़ आ गई है। लाखों लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है। इसके साथ ही थ्री गॉर्जेस डैम पर भी खतरा मंडरा रहा है। चीन की यांग्त्ज़ी नदी पर तीन गोरगे बांध रिकॉर्ड बाढ़ के टूटने की कगार पर है। बाढ़ ने सैकड़ों लोगों की जान ले ली है और सैकड़ों हजारों लोग खाली हो गए हैं। अत्यधिक बाढ़ ने चीन के थ्री गोरजेस बांध को प्रभावित किया है हालंकि अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि जनता को इसका नुकसान नहीं होगा।
राज्य मीडिया के अनुसार, दुनिया का सबसे बड़ा हाइड्रो-इलेक्ट्रिक बांध 75 मिलियन लीटर पानी तक पहुंच गया। गुरुवार की सुबह तक, बांध के 11 आउटलेट से एक सेंकेंड में 49.2 मीटर पानी छोड़ा गया । डैम निर्माण के बाद यह पहली बार है जब पानी का इतना बड़ा प्रवाह छोड़ा गया है। । विशेषज्ञों का दावा है कि थ्री गॉर्जेस डैम खतरे में है और ज्यादा बारिश होने पर वो टूट सकता है जिस वजह से सरकार पानी छोड़ रही है। वहीं सरकार ने इन बातों का खंडन करते हुए बांध को पूरी तरह से सुरक्षित बताया है। बांध के घटिया निर्माण को लेकर कुछ सैटेलाइट तस्वीरें भी सामने आई हैं, लेकिन सरकार ने उसे भी फर्जी बताया है।
चीनी मीडिया के मुताबिक इस बाढ़ से 10 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हैं, जबकि 100 से ज्यादा लोगों के मौत की खबर है। 18 सालों में बना था बांध थ्री गॉर्जेस डैम यांगजे नदी पर बना है, जो एशिया की सबसे बड़ी नदी है। इसकी लंबाई 2309 मीटर और ऊंचाई 185 मीटर है। इसके निर्माण का काम 1994 में शुरू हुआ था, जो जाकर 2012 में तैयार हुआ। इसमें 34 हाइड्रोपावर टर्बो जनरेटर लगे हैं, जिनकी मदद से बिजली का उत्पादन होता है।
चीन का कहना है कि ये डैम सिर्फ बिजली उत्पादन के लिए बनाया गया था, जबकि पर्यावरणविदों के मुताबिक नदी के रास्ते को कंट्रोल करने के लिए चीन ने डैम बनाया है। इस बांध की वजह से लाखों लोग विस्थापित हो चुके हैं। साथ ही भूस्खलन और भूकंप का भी खतरा हमेशा बना रहता है।