दुनिया का एक मात्र महाद्वीप अब तक कोरोना से मुक्त !

punjabkesari.in Saturday, Sep 12, 2020 - 04:40 PM (IST)

जोहानिसबर्ग: आज जब तमाम देश कोरोना वायरस महामारी से जूझ रहे हैं तो दुनिया का एक हिस्सा ऐसा भी है जहां लोग अब तक इस जानलेवा बीमारी से मुक्त हैं, बिना मास्क के एक-दूसरे से घुलते-मिलते हैं और हजारों मील दूर से महामारी के कारण मची तबाही को देख रहे हैं। ये ‘दुनिया' अंटार्कटिका है। एक मात्र महाद्वीप जो कोविड-19 से अछूता है। इस बर्फीले इलाके में कई हफ्ते और महीने बिना सूरज को देखे बिताने वाले करीब 1000 वैज्ञानिकों और अन्य लोगों को अब सूरज नजर आना शुरू हुआ है और इसके साथ ही यह सुनिश्चित करने के लिये एक वैश्विक प्रयास भी  शुरू किया है कि यहां आने वाले उनके सहकर्मी अपने साथ जानलेवा वायरस न लेकर आएं।

 

ब्रिटेन के रोथेरा रिसर्च स्टेशन के क्षेत्र मार्गदर्शक रॉब टायलर कहते हैं कि यह “हमारा छोटा सुरक्षित बुलबुला” है। कोरोना पूर्व के समय में भी अंटार्कटिका आने वाले दलों के लिये दीर्घकालिक पृथक-वास, आत्म निर्भरता, मनोवैज्ञानिक दबाव एक आम बात थी जबकि बाकी दुनिया इसे बेहद हैरानी की दृष्टि से देखती थी। समय कैसे बदल गया है। अक्टूबर में यहां आने की वजह से महामारी से पूरी तरह से अनजान रहे टायलर ने कहा, “समान्य रूप से कहें तो हमें दी गई छूट उससे कहीं ज्यादा है जो लॉकडाउन के चरम के दौरान ब्रिटेन में लोगों को मिली थी।” टायलर ने कहा, “हम स्की कर सकते हैं, सामान्य रूप से एक दूसरे से मिलजुल सकते हैं, दौड़ सकते हैं, जिम का इस्तेमाल कर सकते हैं, सभी कुछ जिसकी वजह हो कर सकते हैं।”

 

दक्षिण ध्रुव समेत अंटार्कटिका पर सभी दलों की तहत टायलर और उनके 26 सहकर्मी हर तरह के काम में दक्ष होने चाहिए जहां गलती की गुंजाइश बेहद कम हो। उन्होंने कहा कि वे पालियों में खाना बनाते हैं और मौसम संबंधी पर्यवेक्षण करते हैं। अच्छा इंटरनेट उन्हें दुनिया के अन्य हिस्सों से जोड़ता है जहां वे धरती के बाकी हिस्सों को चपेट में ले रही महामारी के बारे में भी पढ़ते हैं  टायलर ने कहा, “हमें अभी तक सामाजिक दूरी के नियमों को लेकर बहुत अधिक व्यवहारिक अनुभव नहीं है।” वहीं न्यूजीलैंड के स्कॉट बेस में एक छोटी गोल्फ और फिल्म निर्माण की प्रतियोगिता चल रही है।

 

इतनी दूर बैठकर महामारी को देखने को लेकर टीम के सर्दियों के प्रमुख और डॉक्टर रोरी ओकोन्नोर कहते हैं, “ लगता है कि हम अभी इससे थोड़ा अलग हैं। आप इसकी भयावहता को स्वीकार करते हैं लेकिन मुझे नहीं लगता कि इसकी वजह से भावनात्मक स्तर पर मची उथल-पुथल को अभी हम पूरी तरह आंक पाए हैं।” उन्होंने कहा कि जब एक बार साथी आना शुरू होंगे तब वे कोविड-19 को लेकर जांच कर पाएंगे। सोमवार से साथी आना शुरू हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि वायरस का कोई भी मामला “लाल प्रतिक्रिया स्तर” की शुरुआत करेगा। कोविड-19 को लेकर देशों के बीच कूटनीतिक संबंधों में भले ही कड़वाहट आ रही हो लेकिन यहां 30 देशों की ‘काउंसिल ऑफ मैनेजर ऑफ नेशनल अंटार्कटिक प्रोग्राम्स' (COMNP ) वायरस को क्षेत्र से बाहर रखने के लिये पूरी तरह से एकजुट है।

 

 


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Tanuja

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