UN बैठक में अमेरिका का कड़ा रुख: ईरान परमाणु हथियार छोड़ें और बातचीत करें
punjabkesari.in Monday, Jun 23, 2025 - 04:15 AM (IST)

इंटरनेशल डेस्कः संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की आपात बैठक में रविवार को अमेरिका ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर कड़ा रुख अपनाया। अमेरिकी प्रतिनिधि ने ईरान से साफ शब्दों में कहा कि वह अपने परमाणु हथियारों की महत्वाकांक्षा को त्याग दे और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ 'ईमानदारी से बातचीत' करे। अमेरिका ने ईरान पर पश्चिम एशिया में अस्थिरता फैलाने और अंतरराष्ट्रीय कानूनों की अवहेलना करने का आरोप लगाते हुए कहा कि अब वक्त आ गया है कि तेहरान शांति और स्थिरता की राह चुने। इस दौरान अमेरिका ने यह भी स्पष्ट किया कि उसकी हालिया सैन्य कार्रवाई, ईरान की परमाणु गतिविधियों को रोकने और अपने नागरिकों व सहयोगियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक 'आवश्यक और निर्णायक कदम' था।
अमेरिका की कार्यवाहक राजदूत डोरोथी शी ने जोर देकर कहा कि:
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यूएस ने हर कूटनीतिक विकल्प आजमाया, लेकिन जब कोई चारा नहीं बचा, तब यह कार्रवाई की गई।
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उन्होंने कहा: “जब समय आ गया, तो हमने अपने सहयोगियों और अपनी सुरक्षा को बचाने के लिए निर्णायक कार्रवाई की।”
परमाणु ठिकानों पर हमला क्यों?
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अमेरिका के हमले का लक्ष्य ईरान के फोर्डो, नतांज़ और इसफ़हान परमाणु केंद्र थे।
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शी ने ईरान पर 40 साल से “डेथ टू अमेरिका” और “डेथ टू इज़राइल” जैसे नारे लगाने का आरोप लगाया और इसे वैश्विक शांति के लिए खतरा बताया।
अमेरिका की चेतावनी और मांगें
शी ने ईरान को चेतावनी दी:
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“ईरान को प्रतिक्रिया पर नियंत्रण रखना चाहिए और बातचीत की मेज पर लौटना चाहिए।”
उन्होंने परिषद से यह भी कहा: “ईरान को अपना 47 साल का Israel-विरोधी एजेंडा खत्म करना चाहिए, परमाणु हथियारों से मुक्त होना चाहिए और ‘नए विश्वास’ के माहौल में ईमानदारी से बातचीत करनी चाहिए।”
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
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रूस और चीन ने अमेरिका की कार्रवाई की निंदा की और उसे अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन बताया ।
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ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी ने ईरान से वापसी और बातचीत पर जोर दिया ।
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अंतरराष्ट्रीय परमाणु एजेंसी के प्रमुख ने फोर्डो साइट पर हुए संभावित नुकसान और “UNDERRATED DAMAGE” की बात कही, लेकिन अभी पूरा अंदाज़ा बाहर से नहीं लगाया जा सकता ।
आगे क्या हो सकता है?
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अमेरिका और इज़राइल ने हाल ही में ईरान के न्यूक्लियर कार्यक्रम को बार-बार निशाना बनाया है ।
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UN परिषद में क्लेम हो रहा है कि भविष्य की शांति तब संभव है जब ईरान बातचीत में वापस आए और अपनी परमाणु योजनाओं पर संयम रखे।