PM Modi की यूक्रेन विजिट को लेकर अमेरिका ने दी बड़ी प्रतिक्रिया, जानें क्या कहा
punjabkesari.in Saturday, Aug 24, 2024 - 06:25 AM (IST)
वॉशिंगटनः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यूक्रेन यात्रा को लेकर अमेरिका का बड़ा बयान सामने आया है। अमेरिका ने प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा को यूक्रेन के लिए ‘मददगार’ बताया है। प्रधानमंत्री मोदी पोलैंड से सात घंटे की ट्रेन यात्रा के बाद यूक्रेन पहुंचे। 1992 में द्विपक्षीय संबंध स्थापित होने के बाद से वे इस देश का दौरा करने वाले पहले भारतीय नेता हैं। प्रधानमंत्री की यात्रा ऐसे समय में हुई है जब रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष एक नए चरण में प्रवेश कर गया है, जब कीव ने अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर कुर्स्क में कई रूसी बस्तियों पर नियंत्रण कर लिया है।
राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की यूक्रेन यात्रा "राष्ट्रपति जेलेंस्की के न्यायपूर्ण शांति के दृष्टिकोण के अनुरूप संघर्ष को समाप्त करने की दिशा में काम कर सकती है, हमें लगता है कि यह मददगार होगा। अमेरिका ने प्रधानमंत्री की यूक्रेन यात्रा को एक महत्वपूर्ण यात्रा बताया था। प्रबंधन और संसाधन के लिए अमेरिकी उप विदेश मंत्री रिचर्ड आर वर्मा ने एक ब्रीफिंग में कहा था, "मैं इस यात्रा से बहुत खुश हूं। मुझे लगता है कि यह एक महत्वपूर्ण यात्रा है- पोलैंड और यूक्रेन।" आज जारी एक संयुक्त बयान में दोनों नेताओं ने भविष्य में द्विपक्षीय संबंधों को एक व्यापक साझेदारी से रणनीतिक साझेदारी में बदलने में अपनी पारस्परिक रुचि व्यक्त की।
रूस और यूक्रेन के बीच 24 फरवरी, 2022 को शुरू हुआ युद्ध इस बैठक का मुख्य मुद्दा था। प्रधानमंत्री ने भारत के इस रुख को दोहराया कि यह "युद्ध का युग नहीं है"। भारत ने संघर्ष का समाधान खोजने के लिए बातचीत और कूटनीति पर जोर दिया है। संयुक्त वक्तव्य में भी भारत ने अपनी सैद्धांतिक स्थिति दोहराई और बातचीत और कूटनीति के माध्यम से शांतिपूर्ण समाधान पर ध्यान केंद्रित किया। यूक्रेनी पक्ष ने भारत की इस तरह की भागीदारी का स्वागत किया और अगले शांति शिखर सम्मेलन में उच्च स्तरीय भारतीय भागीदारी के महत्व पर प्रकाश डाला। दोनों पक्षों ने यूक्रेन के पुनर्निर्माण और पुनर्प्राप्ति में भारतीय कंपनियों की भागीदारी की संभावना को उचित तरीके से तलाशने पर सहमति व्यक्त की।
मोदी ने कहा, ‘‘दोनों पक्षों को एक साथ बैठना चाहिए और उन्हें इस संकट से बाहर आने के रास्ते तलाशने होंगे। आज मैं यूक्रेन की धरती पर आपके साथ शांति और आगे बढ़ने के मार्ग पर विशेष रूप से चर्चा करना चाहता हूं।'' प्रधानमंत्री ने जेलेंस्की को भरोसा दिलाते हुए कहा, ‘‘भारत, शांति के हर प्रयास में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए तैयार है। अगर मैं व्यक्तिगत रूप से इसमें योगदान दे सकता हूं तो मैं ऐसा जरूर करना चाहूंगा। एक मित्र के रूप में, मैं आपको इसका विश्वास दिलाता हूं।'' मोदी ने वार्ता के दौरान अपनी प्रारंभिक टिप्पणी में कहा, ''हम (भारत) तटस्थ नहीं हैं। शुरू से ही हम पक्षकार रहे हैं। और हमने शांति का पक्ष चुना है। हम बुद्ध की भूमि से आए हैं जहां युद्ध के लिए कोई जगह नहीं है।" उन्होंने कहा, ''हम महात्मा गांधी की धरती से आए हैं, जिन्होंने पूरी दुनिया को शांति का संदेश दिया।"