बाइडेन का पुतिन पर जबरदस्त वार, कहा-‘‘यह व्यक्ति सत्ता में नहीं रह सकता'''' ! नाटो को लेकर भी किया खबरदार
punjabkesari.in Sunday, Mar 27, 2022 - 04:58 PM (IST)
इंटरनेशनल डेस्कः रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को करीब पांच सप्ताह से अधिक का समय हो चुका है। दोनों देश पीछे हटने को राजी नहीं है। दोनों देशों के युद्ध के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रूस को खबरदार किया है। उन्होंने कहा है कि रूस नाटो की सीमा में एक इंच घुसने की नहीं सोचे वरना इसके परिणाम अच्छे नहीं होंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने शनिवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को हटाने का आह्वान करते हुए कहा, ‘‘यह कसाई व्यक्ति सत्ता में नहीं रह सकता।'' बाइडेन के इस बयान के तुरंत बाद व्हाइट हाउस ने स्पष्ट करते हुए कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति रूस में नई सरकार के गठन की बात नहीं कर रहे थे।
व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने नाम न उजागर करने की शर्त पर कहा कि बाइडेन ‘‘पुतिन के रूस में सत्ता में रहने या सरकार बदलने के बारे में नहीं कह रहे थे।'' उन्होंने कहा कि बाइडेन के कहने का मतलब था कि ‘‘पुतिन को अपने पड़ोसियों या क्षेत्र पर ताकत का इस्तेमाल करने नहीं दिया जा सकता।'' बाइडेन ने पोलैंड की राजधानी वारसॉ में अपने भाषण का इस्तेमाल उदार लोकतंत्र और नाटो सैन्य गठबंधन का बचाव करने के लिए किया। उन्होंने यह भी कहा कि यूरोप को रूसी आक्रामकता के खिलाफ लंबे संघर्ष के लिए खुद को तैयार करना चाहिए। व्हाइट हाउस ने बाइडेन के संबोधन को एक प्रमुख संबोधन बताया।
अमेरिकी राष्ट्रपति रॉयल कैसल के सामने बोल रहे थे, जो वारसॉ के उल्लेखनीय स्थलों में से एक है और द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था। उन्होंने पोलैंड में जन्मे पोप जॉन पॉल द्वितीय के कहे शब्दों का जिक्र किया और चेतावनी दी कि यूक्रेन पर पुतिन के आक्रमण से ‘दशकों लंबे युद्ध' का खतरा है। बाइडेन ने कहा, ‘‘इस लड़ाई में हमें स्पष्ट नजर रखने की जरूरत है। यह लड़ाई दिनों या महीनों में नहीं जीती जाएगी।'' लगभग 1,000 लोगों की भीड़ में कुछ यूक्रेनी शरणार्थी भी शामिल थे, जो यूक्रेन पर हमले के बीच वहां से भागकर पोलैंड और अन्य जगहों पर आ गए हैं।
युद्ध या तीसरे विश्व युद्ध का नाम लिए बगैर बाइडेन ने पुतिन को ललकारा है। यह पहली बार है जब बाइडेन ने रूस के खिलाफ सख्त चेतावनी दी है। खास बात यह है कि नाटो संगठन की बैठक के बाद बाइडेन का यह बयान सामने आया है। यूक्रेन संघर्ष के दौरान यह रूस के लिए एक गाइडलाइन है। बाइडेन ने साफ कर दिया है कि रूसी सेना को यूक्रेन तक ही सीमित रहना होगा। इस दौरान उन्होंने कहा कि नाटो एकजुट है। उसे तोड़ा नहीं जा सकता है।