चीन में बढ़ी कोरोना की तबाहीः शंघाई में 7 और मरीजों की मौत, लॉकडाऊन कारण खाने को तरसे लोग
punjabkesari.in Tuesday, Apr 19, 2022 - 11:14 AM (IST)
बीजिंगः चीन के सबसे बड़े शहर एवं वैश्विक वित्तीय केंद्र शंघाई में कोविड-19 के कारण सात और लोगों की मौत हो गयी है। चीन में इस महामारी के कारण मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 4,648 पहुंच गयी है। चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग के मुताबिक देश में बीते 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के 21,400 नए मामले सामने आए, जिसमें अधिकतर मामले शंघाई में दर्ज किए गए। राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग की ओर से मंगलवार को जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक शंघाई में सोमवार को सात लोगों की संक्रमण से मौत हो गई।
इससे पहले रविवार को तीन मरीजों की मौत हुई थी। चीन में बीते 24 घंटे के दौरान स्थानीय स्तर पर कोरोना वायरस संक्रमण के 3,297 नये मामले दर्ज किए गए, जिसमें से केवल शंघाई में ही 3,084 नये मामले सामने आए। करीब 2.6 करोड़ की आबादी वाले शंघाई में कोरोना वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप के कारण संक्रमितों की संख्या काफी तेजी से बढ़ रही है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग के मुताबिक चीन में बीते 24 घंटे के दौरान स्थानीय स्तर पर कोरोना वायरस संक्रमण के 18,187 ऐसे मामलों की पुष्टि हुई है, जिनमें बीमारी का कोई लक्षण मौजूद नहीं था। चीन में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या 30,384 बनी हुई है।
बता दें कि चीन में शुक्रवार को 3,400 से अधिक लोग जांच में कोविड से संक्रमित पाये गये, जबकि बिना लक्षण वाले कोविड मरीजों की संख्या 20,700 दर्ज की गई। चीन के शंघाई शहर में सबसे अधिक मामले पाये गये हैं, जहां लंबे समय से लॉकडाउन है। शंघाई में प्रतिदिन मिलने वाले नये मरीजों की संख्या लगातार सबसे अधिक है। शंघाई में इलाज के इंतजार में एक बुजुर्ग महिला की मौत को लेकर लोगों में नाराजगी के मद्देनजर अस्पतालों को आदेश दिया गया है कि वे गैर कोविड मरीजों के इलाज में देरी नहीं करें।
वायरस की एक नई लहर को रोकने की कोशिश के रूप में सरकार शंघाई में सख्त लॉकडाउन लगा रही। शहर की लगभग 25 मिलियन आबादी में से अधिकांश को तीन सप्ताह के लिए अंदर रहने का आदेश दिया गया है। लाखों लोग भोजन की कमी, अपने पड़ोसियों को पृथकवास तक पहुंचाने में देरी और रोजमर्रा की परेशानियों से जूझ रहे हैं। शंघाई में स्थिति इतनी खराब होने लगी है कि आधिकारिक चीनी मीडिया ने भी जनता के असंतोष को उजागर करना शुरू कर दिया है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि इंटरनेट पर जनआक्रोश की सुनामी आ गई है।