यामी गौतम: संघर्ष से शिखर तक, हक़’ के बाद बॉलीवुड की नई नंबर 1 स्टार?
punjabkesari.in Friday, Nov 14, 2025 - 05:01 PM (IST)
नई दिल्ली/टीम डिजिटल। यामी गौतम की फ़िल्मी दुनिया की यात्रा हमेशा से ही उनकी शांत ताकत, लगातार मेहनत और दिल से की गई एक्टिंग की वजह से खास रही है। टीवी से शुरुआत करके और फिर धीरे-धीरे बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाते हुए, यामी ने साबित किया है कि असली जगह वही बनाता है जो काम पर भरोसा रखता है, शोर पर नहीं।
शिमला से बड़े पर्दे तक का सफर
यामी का एक्टिंग सफर टीवी से ही शुरू हो गया था। चाँद के पार चलो और ये प्यार ना होगा कम जैसे शोज़ में ही लोग उनकी सादगी और ताजगी से जुड़ गए थे।
फ़िल्मों की शुरुआत कन्नड़ मूवी उल्लासा उत्साहा से हुई, लेकिन असली मोड़ आया विक्की डोनर (2012) से।
आयुष्मान खुराना के साथ उनकी भूमिका अशिमा रॉय लोगों के दिल में उतर गई। फिल्म सुपरहिट हुई और यामी को इंडस्ट्री में मजबूत जगह मिली।
ग्लैमर नहीं, मायने रखने वाले किरदार चुनने का सफर
डेब्यू के बाद यामी ने ऐसे किरदार चुने जिनसे उनकी वर्सटिलिटी सामने आई:
काबिल (2017)
हृतिक रोशन के साथ एक संवेदनशील भूमिका जिसमें उन्होंने एक विजुअली इंपेयर्ड लड़की का किरदार निभाया और खूब सराहना मिली।
उरी (2019)
ब्लॉकबस्टर फिल्म में एक इंटेलिजेंस ऑफिसर के रूप में यामी ने दिखाया कि वह तीखे और गंभीर किरदार भी मजबूती से निभा सकती हैं।
बाला (2019)
यहाँ उन्होंने एक छोटे शहर की मॉडल का हल्का-फुल्का, मज़ेदार रोल निभाया और दर्शकों ने उन्हें बेहद पसंद किया।
दसवीं (2022)
दसवी में हमें यामी गौतम का एक बहुत ही दमदार और सधा हुआ रूप देखने को मिला, जहां वह एक कड़े लेकिन ईमानदार आईपीएस ऑफिसर की भूमिका में नजर आती हैं। फिल्म में उनका किरदार शिक्षा, सत्ता और सिस्टम की खामियों पर सीधी चोट करता है, और उनके शांत लेकिन प्रभावशाली अभिनय से कहानी और भी मजबूत बनती है। यामी जिस तरह से सीन पर नियंत्रण लेती हैं, वह साफ दिखाता है कि यह फिल्म उनके करियर के उन प्रोजेक्ट्स में से है जिसने उनके अभिनय की रेंज और गहराई को और ज्यादा सामने लाया।
ए थर्सडे (2022)
यही फिल्म यामी के करियर का बड़ा मोड़ बनी। प्ले स्कूल टीचर नायना जइसवाल के रूप में उनका किरदार और परफॉर्मेंस दोनों ही दमदार और चौंकाने वाले थे। इसे उनका सबसे बेहतरीन काम कहा गया।
लॉस्ट (2023)
एक क्राइम रिपोर्टर की भावनाओं और दृढ़ता को यामी ने बहुत गहराई से दिखाया।
OMG 2 (2023)
कोर्टरूम में उनकी मजबूत पकड़ और दमदार डायलॉग्स ने उन्हें फिर से सबकी नज़र में ला दिया।
आर्टिकल 370 और लीड रोल्स का मजबूत दौर
आर्टिकल 370 (2024) के साथ यामी उस जगह पहुँच गईं जहाँ बहुत कम अभिनेता पहुँच पाते हैं, जो पूरी फिल्म अपने कंधों पर उठाने की ताकत रखते हैं। एक इंटेलिजेंस ऑफिसर के रूप में वह बेहद असरदार रहीं, और यह फिल्म सबसे बड़ी महिला-प्रधान हिट्स में शामिल हो गई।
हक: उनके सफर का अगला दमदार कदम
अब यामी गौतम फिल्म हक में शाह बानो का किरदार निभा रही हैं, जो सुप्रीम कोर्ट के मो. अहमद खान बनाम शाह बानो बेगम मामले से प्रेरित है। यह फिल्म एक साहसी मुस्लिम महिला की कहानी है, जिसने अपने अधिकारों के लिए 1970 के दशक में संघर्ष किया। यामी गौतमा का अभिनय इस किरदार में शानदार और प्रभावशाली माना जा रहा है। शुरुआती रिव्यू में यामी के अभिनय की तारीफ हो रही है और कई समीक्षक इसे उनका अब तक का सबसे अच्छा प्रदर्शन कह रहे हैं।
यह फिल्म उनके करियर की एक और बड़ी उपलब्धि है। अ थर्सडे से लेकर आर्टिकल 370 के बाद उन्होंने लगातार अपने किरदारों में गहराई और स्थिरता दिखाई, और अब हक के जरिए वह इंडस्ट्री में एक बड़ी एक्ट्रेस के रूप में मान्यता पा रही हैं। यामी गौतम न केवल एक साइलेंट परफॉर्मर हैं, बल्कि अपने काम के जरिए वह यह साबित कर रही हैं कि वह इंडस्ट्री की सबसे ब्रिलियंट और प्रभावशाली कलाकारों में से एक हैं।
