INTERVIEW: ‘ब्लाइंड’ की कहानी कोरियन फिल्म की अडॉप्टेशन है: विनय पाठक
punjabkesari.in Thursday, Jul 06, 2023 - 01:26 PM (IST)

नई दिल्ली/टीम डिजिटल। बॉलीवुड स्टार सोनम कपूर आहूजा अपनी आने वाली रोमांचक थ्रिलर फिल्म ‘ब्लाइंड’ में एक नेत्रहीन पुलिस ऑफिसर के किरदार में नजर आएंगी, जो एक बेरहम सीरियल-किलर को पकडऩे की कोशिश कर रही हैं। दर्शकों ने फिल्म के ट्रेलर को काफी पसंद किया है और एक नेत्रहीन लडक़ी का किरदार बखूबी निभाने के लिए सोनम की भरपूर तारीफ की है। फिल्म ‘ब्लाइंड’ 7 जुलाई यानी कल जियो सिनेमा पर डिजिटल तरीके से रिलीज होगी। इसी कड़ी में फिल्म अभिनेता विनय पाठक ने पंजाब केसरी/नवोदय टाइम्स/जगबाणी/हिंद समाचार से खास बातचीत की। ।
दर्शक ‘ब्लाइंड’ की एंटरटेनमैंट वैल्यू पर कितना ब्लाइंडली ट्रस्ट सकते हैं?
- मैं तो स्क्रिप्ट पर ब्लाइंडली ट्रस्ट करता हूं और जब मुझे इसकी स्क्रिप्ट सुनाई गई थी, तो मुझे बहुत अच्छी लगी थी। दरअसल ‘ब्लाइंड’ की कहानी परिस्थितियों से उत्पन्न हुई है जो एक कोरियन फिल्म की अडॉप्टेशन है।
जब किसी फिल्म का रीमेक करते हैं तो उसे परफैक्ट बनाने की रिस्पॉन्सिबिलिटी कितनी ज्यादा होती है?
- हमें इसे फ्रैश स्लेट की तरह लेना होता है क्योंकि कहानी का सोर्स तो कहीं से भी आ सकता है। आपने स्क्रिप्ट को किस तरह लिखा है और उससे दर्शकों को जोडऩे की कितनी कोशिश की है या कहानी को आपने कितना रोचक और कारगर बनाया है। ये सारी चीजें तो एक डायरैक्टर और राइटर पर ही निर्भर करती हैं।
जब आप किसी प्रोजैक्ट को हां कहते हैं तो उसके लिए आपने क्या पैरामीटर तय किए हैं?
- मेरे लिए कहानी ही सबसे ज्यादा जरूरी है। अगर कहानी रोचक है तो ठीक है और अगर नहीं तो मेरा इन्वॉल्वमैंट वहीं पर लो हो जाता है। इस लिहाज से मेरे लिए सबसे जरूरी फिल्म की कहानी है।
क्या आपने कभी किसी स्क्रिप्ट को आधे नरेशन में रोक कर कहा है कि मैं ये फिल्म कर रहा हूं?
- नहीं, मैं हमेशा अपने डायरैक्टर और प्रोड्यूसर से कहता हूं कि आप मुझे बेवकूफ समझकर चलें और मुझे पूरी कहानी बताएं क्योंकि आधी कहानी में तो मेरा कुछ होगा ही नहीं। मुझे सब बारीकी जानना ही पसंद है।
इस फिल्म में आपका किरदार क्या है ?
- विनय पाठक मुस्कुराते हुए कहते हैं कि मेरा किरदार एक पुलिस अफसर का है। ये कहानी एक लडक़ी और एक सीरियल किलर की है। वह लडक़ी अंधी होने के बाद किस तरह खुद को संभालती है, यह देखने लायक होगा। इस कहानी में लीड स्टार कास्ट के साथ-साथ हर किरदार की अपनी ही अलग अहमियत है जो बहुत अच्छी है।
शूटिंग का एक्सपीरियंस कैसा रहा ?
- एक्सपीरियंस तो बहुत कमाल का था क्योंकि हमने लॉकडाऊन में शूटिंग की थी। उस समय बहुत सारी पाबंदियां थी लेकिन फिर भी इस फिल्म की शूटिंग बहुत अच्छे से पूरी हुई। इसके लिए सारा क्रेडिट मैं सुजॉय घोष को देना चाहता हूं क्योंकि उन्होंने सब कुछ बहुत अच्छे से मैनेज किया था। अलग-अलग देशों से टीमें आई हुई थी और सब कुछ इतना स्मूथ हुआ कि हमें लगा था कि पूरा स्कॉटलैंड हमारे शूट के लिए गार्डन ऑफ कर दिया गया है।
आपका हर किरदार पहले से अलग होता है, तो इसे बिल्ड करने के लिए आपकी क्या अप्रोच होती है?
- एक एक्टर के लिए सबसे ज्यादा जरूरी होता है अपने किरदार में तैयार होना और अगर आप अपनी स्क्रिप्ट को 4-5 बार पढेंगे, तो मैं गारंटी से कहता हूं कि हर बार आप अपने अंदर कुछ नया ही पाएंगे। आपका किरदार कहानी के बिना कुछ भी नहीं है तो इसके लिए बहुत जरूरी है कि आप स्टोरी पढें़ और देखें कि आपका किरदार कहां है। यह करने से आपका काम और आसान हो जाएगा और आपकी
सच्चाई में अगर ताकत है तो वो कहानी में ट्रांसफर हो जाती है। बाकी गैटअप भी बहुत मैटर करता है।
आप अपने दर्शकों को क्या मैसेज देना चाहते हैं ?
- मैं यही कहना चाहता हूं कि आप फिल्म देखें क्योंकि बहुत ही रोचक और मजेदार फिल्म है, ओ.टी.टी. पर बहुत कुछ है लेकिन ये काफी अलग है तो आप इसे देखें और हमें बताएं कि ये आपको कैसी लगी।