‘रात अकेली है 2: द बंसल मर्डर्स’, चित्रांगदा सिंह ने फिल्म और अपने किरदार पर की खुलकर बात
punjabkesari.in Monday, Dec 29, 2025 - 12:36 PM (IST)
नई दिल्ली/टीम डिजिटल। साल 2020 में नेटफ्लिक्स पर रिलीज़ हुई ‘रात अकेली है’ को दर्शकों से अच्छा रिस्पॉन्स मिला था। अब पांच साल बाद इसका पार्ट 2 आया है, जिसका नाम है ‘रात अकेली है – द बंसल मर्डर्स’। यह फिल्म बंसल परिवार की कहानी बताती है। फिल्म 19 दिसंबर, 2025 को Netflix पर रिलीज हो चुकी है। इस फिल्म में नवाजुद्दीन सिद्दीकी,चित्रांगदा सिंह, दीप्ति नवल मुख्य भूमिका में हैं फिल्म के बारे में चित्रांगदा सिंह ने पंजाब केसरी, नवोदय टाइम्स, जगबाणी और हिंद समाचार से खास बातचीत की। पेश हैं मुख्य अंश...
सवाल: आपने एक जटिल और सैसी कैरेक्टर निभाया है। ऐसे गंभीर रोल में इमोशनल बैलेंस रखना कितना मुश्किल होता है?
काफी मुश्किल होता है। कभी गुस्सा, कभी दर्द, कभी सैडनेस इन सबको एक साथ बैलेंस करना पड़ता है। लेकिन एक्टर के तौर पर आपको खुद को कंट्रोल करना होता है, चाहे अंदर कुछ भी चल रहा हो।
सवाल: जो नए कलाकार मुंबई आते हैं और एक्टर बनना चाहते हैं, उन्हें आप क्या तीन सलाह देंगी?
सबसे पहली बात ना सुनने की आदत डालनी चाहिए और उससे टूटना नहीं चाहिए। दूसरी सबसे ज़रूरी बात आप खुद से यह सवाल पूछिए कि आप एक्टर क्यों बनना चाहते हैं? क्या सिर्फ़ फेम, ग्लैमर और मैगज़ीन कवर के लिए? या सच में सिनेमा से प्यार है? और तीसरी बात खुद पर लगातार काम करते रहिए, लेकिन हर काम करने से बेहतर है अच्छा काम करना। छोटा रोल हो, एक सीन हो, लेकिन ऐसा हो जिसे लोग याद रखें। नवाजुद्दीन इसका सबसे बड़ा उदाहरण हैं।
सवाल: फिल्म की कास्ट बेहद दमदार है रिलीज के बाद जब आपने फिल्म देखी, तो किस कलाकार के साथ अपने सीन सबसे ज़्यादा प्रभावशाली लगे?
मुझे नवाज के साथ मेरे सीन्स बहुत अच्छे लगे। हमारा इक्वेशन बहुत क्लियर और डिफाइंड था। मुझे लगा कि अगर हमारी केमिस्ट्री थोड़ी और गहराई में जाती, तो कहानी और दिलचस्प हो सकती थी जहां आकर्षण, माइंड गेम और भावनाओं का खेल चलता है। इसके अलावा इंटरोगेशन सीन और वो सीन, जब मेरा किरदार परिवार की सच्चाई जानता है वो सब मेरे लिए खास हैं।
सवाल: डायरेक्टर हनी त्रेहान पहले खुद एक्टर रह चुके हैं। जब कोई ऐसा इंसान निर्देशन करता है जिसे कास्टिंग और परफॉर्मेंस की गहरी समझ हो, तो क्या फर्क पड़ता है?
बहुत बड़ा फर्क पड़ता है। सही कलाकार को सही रोल में कास्ट करना आधा काम पहले ही पूरा कर देता है। हनी के पास इतना अनुभव है कि उन्हें बिल्कुल पता होता है कि उन्हें क्या चाहिए। ऐसे में डायरेक्टर और कास्टिंग डायरेक्टर का कॉम्बिनेशन बहुत मजबूत हो जाता है।
सवाल: ‘रात अकेली है 2’ जैसे सीरियस विषय वाली फिल्म के सेट का माहौल कैसा था? क्या सेट पर भी गंभीरता बनी रहती थी?
हां, बिल्कुल। यह ऐसी फिल्म थी जिसमें आप इमोशन से बाहर निकल ही नहीं सकते थे। यह डायलॉग-भरी फिल्म नहीं थी, बल्कि साइलेंस और भारी भावनाओं की फिल्म थी। एक बार उस मूड में जाने के बाद बाहर निकलना और फिर दोबारा उसी इमोशन में आना बहुत मुश्किल होता है।
सवाल: क्या कभी ऐसा भी हुआ है कि सेट का माहौल या लोग आपके परफॉर्मेंस को प्रभावित कर गए हों?
हां, ऐसा होता है। कुछ डायरेक्टर्स बहुत सेंसिटिव होते हैं साइलेंस बनाए रखते हैं, माहौल संभालते हैं।
लेकिन कभी-कभी शोरगुल या जल्दबाज़ी परफॉर्मेंस को डिस्टर्ब कर देती है। एक प्रोफेशनल एक्टर के तौर पर आपको अपनी रिदम खुद बनानी होती है और ज़रूरत पड़े तो थोड़ा समय मांगना चाहिए।
सवाल: आने वाले समय में आप किन प्रोजेक्ट्स में नज़र आएंगी?
अभी मैं ‘गलवान’ की शूटिंग कर रही हूं जिसमें सलमान खान हैं। इसके अलावा एक छोटी फिल्म है, जो उम्मीद है अगले साल शुरू होगी। एक बायोपिक भी है, जिसे मैं प्रोड्यूस कर रही हूं उसमें मैं एक्ट नहीं कर रही।
सवाल: उन दर्शकों के लिए क्या संदेश देंगी जिन्होंने अभी तक ‘रात अकेली है 2’ नहीं देखी?
आपकी रात बिल्कुल अकेली नहीं होनी चाहिए। नेटफ्लिक्स पर एक बेहद रोमांचक मर्डर मिस्ट्री है शानदार कास्ट के साथ। जरूर देखिए ‘रात अकेली है 2: द बंसल मर्डर्स’।
