#ThrowbackThursday: जेम्स कैमरून का खुलासा- ‘Avatar’ का भारत से है गहरा आध्यात्मिक कनेक्शन
punjabkesari.in Friday, Dec 12, 2025 - 06:42 PM (IST)
नई दिल्ली/टीम डिजिटल। जेम्स कैमरून की आने वाली भव्य फिल्म अवतार: फायर एंड ऐश 19 दिसम्बर को रिलीज़ होने पर इस साल की सबसे बड़ी ग्लोबल सिनेमैटिक इवेंट बनने जा रही है। भारत में इसके लिए उत्साह अभूतपूर्व रहा है- रिकॉर्ड–तोड़ एडवांस इंटरेस्ट, सोशल मीडिया पर फैन बातचीत, और फिल्म के स्केल, इमोशन और विज़ुअल इनोवेशन को लेकर जबरदस्त चर्चाओं में यह साफ दिखाई देता है।
ऐतिहासिक गंगा घाटों पर अनावरण किया गया
इसके वर्ल्डवाइड रिलीज़ से पहले, फिल्म का देवनागरी लोगो बनारस में, ऐतिहासिक गंगा घाटों पर अनावरण किया गया। यह अनावरण फिल्म की भारत–केंद्रित लोकलाइज़ेशन रणनीति में एक महत्त्वपूर्ण कदम भी है- जो हिंदी भाषी दर्शकों की अहमियत और क्षेत्र में अवतार के लंबे समय से चले आ रहे सांस्कृतिक प्रभाव को पहचानता है। जेम्स कैमरून कई बार अवतार और भारत के बीच मौजूद अद्भुत आध्यात्मिक संबंध के बारे में बात कर चुके हैं, और इस ब्लॉकबस्टर को “अचेतन रूप से भारत से जुड़ा हुआ' बताया है। 2007 में टाइम मैगज़ीन को दिए एक इंटरव्यू में, जब उनसे अवतार के अर्थ के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा 'यह हिंदू देवताओं का मानव रूप लेना अवतार कहलाता है। इस फिल्म में इसका मतलब है कि मानवीय तकनीक किसी इंसान की बुद्धि को किसी और जैविक शरीर में ट्रांसफर करने में सक्षम है।
जेम्स कैमरून ने हिन्दू माइथोलॉजी के प्रति अपनी दिलचस्पी के बारे में बताते हुआ कहा कि यह काफी 'समृद्ध और जीवंत' है। भले ही उन्होंने जानबूझकर हिंदू धर्म का सीधा संदर्भ देने का इरादा नहीं रखा था, लेकिन भारतीय आध्यात्मिक विचारों का प्रभाव फिल्म की भावनात्मक और दार्शनिक नींव को गहराई से आकार देता है- उसके नाम से लेकर उसके विषयों तक, जैसे आपसी जुड़ाव, अवतार भाव और जीवन के प्रति सम्मान।
इसी गहरे सांस्कृतिक संबंध और फिल्म की सार्वभौमिक कहानी ने अवतार को भारत में एक असाधारण फैनबेस बनाने में मदद की। नया देवनागरी रूप इसी संबंध को सलाम करने के साथ–साथ भारत को इस फ्रैंचाइज़ी के सबसे जुनूनी दर्शकों में से एक के रूप में सम्मानित करता है। 20th सेंचुरी स्टूडियोज़ 19 दिसम्बर को अवतार: फायर अॅण्ड ऐश को भारत में अंग्रेज़ी, हिंदी, तमिल, तेलुगू, मलयालम और कन्नड़ में रिलीज़ करेगा।
