Vedaa Movie Review: राजस्थान की धरती पर जात-पात और बदले की धुआंधार कहानी
punjabkesari.in Thursday, Aug 15, 2024 - 09:42 AM (IST)
वेदा (Vedaa)
निर्देशक : निखिल आडवाणी (Nikhil Advani)
स्टारकास्ट: जॉन अब्राहम (John Abraham), शरवरी वाघ (Sharvari Wagh), अभिषेक बनर्जी (Abhishek Banerjee), तमन्ना भाटिया (Tamannaah Bhatia), आशीष विद्यार्थी (Ashish Vidyarthi)
रेटिंग : 3
Vedaa: जब-जब धरती पर पाप बढ़ते हैं और धर्म की हानि होती है, तो पापियों का नाश करने और धर्म की स्थापना के लिए मैं हर युग में अवतार लेता हूँ,' यह उपदेश श्री कृष्ण ने महाभारत में अर्जुन को दिया था। इसी उपदेश का सार फिल्म 'वेदा' में जीवंत होता है, जो 15 अगस्त को सिनेमाघरों में रिलीज हो रही है। इस एक्शन थ्रिलर में जॉन अब्राहम का एक्शन के साथ-साथ अभिनय भी कमाल का है, जो दर्शकों को रोंगटे खड़े कर देने वाले अनुभव से रूबरू कराता है।
कहानी
राजस्थान की पृष्ठभूमि पर आधारित इस कहानी में जॉन अब्राहम मेजर अभिमन्यु के किरदार में नजर आते हैं। शर्वरी वाघ ने वेदा का किरदार निभाया है, जिसके नाम पर इस फिल्म का नाम रखा गया है। राजस्थान में जात-पात की शिकार वेदा (शर्वरी वाघ) को अभिषेक बनर्जी और उसके परिवार वालों की तरफ से उत्पीड़ना का सामना करना पड़ता है। यहाँ मेजर अभिमन्यु उसे प्रशिक्षित करते हैं और उसे एक जबरदस्त फाइटर बनाते हैं। अब फाइटर बनकर वेदा किस तरह अपने ऊपर हुए अत्याचारों का बदला लेती है, यह जानने के लिए आपको यह फिल्म देखनी होगी, जो 15 अगस्त को सिनेमाघरों में रिलीज हो रही है। फिल्म का एक्शन जबरदस्त है और एक्शन थ्रिलर पसंद करने वालों को यह मूवी बहुत पसंद आएगी।
एक्टिंग
जॉन अब्राहम बेहतरीन कद-काठी वाले व्यक्ति हैं और मेजर के किरदार में वो पूरी तरह से जमे हैं। अपने एक्शन का तो वह पहले ही लोहा मनवा चुके हैं, इस फिल्म में उन्होंने अभिनय भी बखूबी किया है। फिल्म में कई भावुक सीन हैं, जहाँ उन्होंने शानदार भावनाएं व्यक्त की हैं। जॉन की डायलॉग डिलीवरी भी कमाल की है। इस फिल्म में उन्होंने स्वयं को ऑलराउंडर साबित कर दिखाया है। दूसरी ओर, शर्वरी वाघ ने भी अपना बेहतरीन अभिनय प्रस्तुत किया है। साधारण लड़की से फाइटर बनने के दौरान की यात्रा में उनके हाव-भाव का प्रदर्शन शानदार है। फिल्म का हीरो और हीरोइन जबरदस्त हैं, तो विलेन भी उतना ही दमदार होना चाहिए। अभिषेक बनर्जी ने यह भूमिका बखूबी निभाई है। उन्होंने एक ऊंचे कुल के ठाकुर का किरदार निभाया है, जो यह मानता है कि ऊंच-नीच भगवान की बनाई हुई है और इस तरह अपने से छोटे कुल वालों के साथ बदतर व्यवहार करता है। अभिषेक बनर्जी ने अपने नेगेटिव रोल को बखूबी निभाया है। फिल्म में तमन्ना भाटिया और मौनी रॉय की कैमियो अपीयरेंस भी है, जो फिल्म में ताजगी का अहसास कराती हैं। आशीष विद्यार्थी और कुमुद मिश्रा जैसे अनुभवी कलाकारों ने भी अपने अभिनय से फिल्म को पूरी तरह सपोर्ट किया है।
डायरेक्शन
निखिल आडवाणी ने काफी मेहनत की है। असीम अरोड़ा की कहानी को उन्होंने शानदार ढंग से पर्दे पर प्रस्तुत किया है। बड़ी सावधानी से उन्होंने जात-पात जैसे संवेदनशील मुद्दे को उठाया है, वहीं कलाकारों का चयन भी सोच-समझकर किया है। उन्होंने कलाकारों से बेहतरीन काम लिया है। फिल्म का स्क्रीनप्ले भी सटीक और स्पष्ट है, जो दर्शकों को कहीं भी बोर नहीं होने देता। कहानी कहीं भी भटकती हुई नहीं दिखती।
संगीत
फिल्म के गीत आरुषि कौशल, एम सी स्क्वैयर, मनन भारद्वाज और कुणाल वर्मा ने लिखे हैं, और संगीत दिया है अमाल मलिक और मनन भारद्वाज ने। गीतों को अपने स्वरों से सजाया है अर्जित सिंह, अमाल मलिक, एम सी स्क्वैयर, निकिता गांधी, आशा सपेरा और हिमानी कपूर ने। बैकग्राउंड म्यूजिक कहानी को बखूबी सपोर्ट करता है। "होलियां, 'मम्मी जी' और 'जरूरत से ज्यादा' जैसे गीत खूब लोकप्रिय हो रहे हैं। विशुद्ध एक्शन पर बनी इस फिल्म की कहानी शानदार है और हर कलाकार ने अपने बेहतरीन अभिनय से फिल्म को पूरी तरह से सपोर्ट किया है। एक्शन नेक्स्ट लेवल का है, ऐसे में अच्छी कहानी के साथ अच्छा एक्शन देखने वालों को यह फिल्म खूब भाएगी।