Dono Review: दो टूटे दिलों के बीच प्यार की धीमी शुरुआत है 'दोनों', प्यारी दिखी राजवीर और पलोमा की केमिस्ट्री

punjabkesari.in Friday, Oct 06, 2023 - 10:00 AM (IST)

फिल्म- दोनों (Dono)
डायरेक्टर- अवनीश एस. बड़जात्या (Avnish S. Barjatya)
स्टारकास्ट- राजवीर देओल (Rajveer Deol), पलोमा (Paloma), आदित्य नंदा (Aditya Nanda)
रेटिंग- 3.5

Dono: 'हम आपके हैं कौन', 'मैंने प्यार किया', 'हम साथ-साथ हैं', 'विवाह' और 'प्रेम रतन धन पायो' जैसी लव स्टोरीज को पेश करने वाला राजश्री प्रोडक्शन हाउस 76 साल पूरे होने पर एक नई प्रेम कहानी के साथ हाजिर है। सनी देओल के छोटे बेटे राजवीर देओल और पूनम ढिल्लों की बेटी पलोमा की डेब्यू फिल्म 'दोनों' 05 अक्टूबर को सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है। इस फिल्म का निर्देशन मशहूर निर्देशक सूरज बड़जात्या के बेटे अवनीश एस. बड़जात्या ने किया है। आइए जानते हैं फिल्म की कहानी...

कहानी
देव सर्राफ (राजवीर देओल) का बिजनेस कुछ ठीक नहीं चल रहा है। वह बेंगलुरू में खुद का स्टार्टअप खड़ा करने की कोशिश में लगा हुआ है। इसी बीच देव की बेस्ट फ्रेंड अलीना उसे अपनी शादी में आने के लिए इनवाइट करती है। अलीना वही लड़की है, जिसे देव पिछले दस साल से दिल ही दिल से चाहता है लेकिन कभी उससे अपने प्यार का इजहार नहीं कर पाया। इस शादी में दूल्हे की तरफ से मेघना (पलोमा) भी शामिल होती है।

 डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए सभी थाईलैंड पहुंच जाते हैं। जहां देव और मेघना की मुलाकात होती है। मेघना का भी प्यार में दिल टूट चुका है और खास बात ये है कि उसका ब्वॉयफ्रेंड भी इस शादी में आया है। शादी के एक फंक्शन में मेघना को देव के दिल में अलीना के लिए प्यार के बारे में मालूम हो जाता है। ऐसे में वह देव को अपने प्यार का इजहार करने के लिए कहती है लेकिन देव यह कतई नहीं चाहता। आपसी विवाद के बाद दोनों के बीच दोस्ती की शुरुआत हो जाती है। क्या दो टूटे दिल एक हो पाएंगे? क्या देव और मेघना एक-दूसरे के साथ एक नया रिश्ता शुरु कर पाएंगे? और यह सब कैसे होगा? यह जानने के लिए आपको फिल्म देखनी होगी। 

एक्टिंग
राजवीर 'देओल' फैमिली में तीसरी पीढ़ी के एक्टर हैं। उनसे पहले उनके दादाजी धर्मेंद्र और पिता सनी देओल का हिंदी सिनेमा में एक अलग ही रुतबा रहा है यही नहीं उन्हें लेकर तो लोगों में आज भी क्रेज कम नहीं हुआ। वहीं बात करें राजवीर की एक्टिंग की तो उन्होंने इस फिल्म में पूरी मेहनत की है। अपने किरदार को उन्होंने स्क्रीन पर बेहतरीन तरीके से पेश किया है लेकिन कहीं-कहीं उनके चेहरे के हाव-भाव में क्लियरेंस नहीं दिखती है। इसके लिए अभी उन्हें और मेहनत करने की जरूरत है। वहीं पलोमा ने अपने एक्सप्रेशन पर अच्छा काम किया है। मेघना के किरदार को उन्होंने जिया है। हालांकि डेब्यू फिल्म के हिसाब से दोनों ही स्टार्स का काम अच्छा है। 

डायरेक्शन
यह राजवीर और पलोमा के साथ बतौर निर्देशक अवनीश एस बड़जात्या की भी पहली फिल्म है लेकिन फिल्म देखते वक्त आपको ऐसा कहीं भी महसूस नहीं होगा। उन्होंने स्क्रीनप्ले पर बढ़िया काम किया है जो फिल्म में नजर भी आता है। सभी किरदारों को उन्होंने टाइम स्पेस भी अच्छा दिया है लेकिन इतनी मेहनत के बावजूद वह कहानी में कुछ नयापन नहीं ला पाए हैं। दर्शक फिल्म की कहानी काफी हद तक पहले से ही प्रीडिक्ट कर सकते हैं।


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Content Editor

Varsha Yadav

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