Review: दिल की गहराइयों में उतरने वाली ‘ग़ुस्ताख़ इश्क़’, संवेदनशील सिनेमा प्रेमियों को ही भाएगी यह मोहब्बत भरी दास्तान
punjabkesari.in Friday, Nov 28, 2025 - 11:44 AM (IST)
फिल्म: ‘ग़ुस्ताख़ इश्क़’ (Gustaakh Ishq:)
कलाकार: विजय वर्मा (Vijay Varma), फातिमा सना शेख (Fatima Sana Shaikh), नसीरुद्दीन शाह (Naseeruddin Shah) and शारिब हाशमी (Sharib Hashmi)
निर्देशक: विभु पुरी (Vibhu Puri)
रेटिंग: 3*
‘ग़ुस्ताख़ इश्क़’: मोहब्बत, गलत फ़हमियां और रिश्तों की जटिलताओं को भावनात्मक अंदाज़ में पिरोई गई कहानी है। लेकिन इन्हें जिस तरीके से प्रस्तुत किया गया है, वह कहानी को दिलचस्प बनाए रखता है। कुछ जगहों पर उम्मीद की जा सकती थी कि लेखक किरदारों के विकास को थोड़ी और विस्तार से दिखाते, पर कुल मिलाकर यह कमी बहुत ज़्यादा महसूस नहीं होती।

‘ग़ुस्ताख़ इश्क़’ उन दर्शकों के लिए एक आकर्षक ड्रामा है जो इमोशनल, रोमांटिक कहानियाँ पसंद करते हैं। यह शो मोहब्बत की जटिलताओं को दिल से छू लेने वाले अंदाज़ में पेश करता है और भावनाओं से भरी कहानियों का रस लेने वालों को जरूर पसंद आएगा।
कहानी
‘ग़ुस्ताख़ इश्क़’ की कहानी एक भावनात्मक रोमांटिक ड्रामा है जिसमें मोहब्बत, गलतफ़हमियां और रिश्तों के उतार-चढ़ाव को प्रभावशाली ढंग से दिखाया गया है। कथा नक़्शान और अयान के इर्द-गिर्द घूमती है, जिनके विपरीत स्वभाव कहानी में टकराव, तनाव और अंततः गहरी प्रेम भावना लाते हैं। कहानी में कुछ परिचित ड्रामा क्लिशे मौजूद हैं, लेकिन प्रस्तुति इन कमियों को हल्का बना देती है।

एक्टिंग
मुख्य कलाकारों का अभिनय शो की जान है। फातिमा का मासूम और सहज अभिनय उसके किरदार को विश्वसनीय बनाता है। वहीं विजय का ग्रे-शेड वाला किरदार आकर्षक और दमदार दोनों लगता है। दोनों की ऑन-स्क्रीन केमिस्ट्री स्वाभाविक है और रिश्ते की खट्टी–मीठी नोकझोंक दिलचस्प लगती है। सहायक कलाकारों ने भी अपनी भूमिकाओं में मजबूती दिखाई है, जिससे पूरी कहानी का प्रभाव बढ़ जाता है। नसीरुद्दीन शाह ने अपने अभिनय से यह साबित हो गया है कि वह एक मंझे हुए कलाकार हैं।
संगीत
बैकग्राउंड स्कोर और गाने शो की भावनात्मक गहराई को और बढ़ाते हैं। रोमांटिक दृश्यों में हल्का, सुकून देने वाला संगीत और इमोशनल पलों में गहरा, प्रभावशाली स्कोर दर्शकों को कहानी से जोड़ देता है। संगीत कहीं भी भारी नहीं लगता बल्कि दृश्यों के साथ स्वाभाविक रूप से बहता है।

निर्देशन
निर्देशन शो की सबसे मजबूत कड़ी है। निर्देशक ने भावनात्मक दृश्यों को बहुत संवेदनशीलता से दिखाया है। कैमरा वर्क और शॉट कंपोज़िशन कहानी की भावनाओं को उभारते हैं। नाटकीय सीन्स और सस्पेंस के पल सही टाइमिंग के साथ पेश किए गए हैं, जो दर्शक को कहानी से जोड़कर रखते हैं। कुछ जगहों पर गति थोड़ी धीमी लगती है और ये एक खास वर्ग के लोगों को ज्यादा पसंद आएगी जो शेरो शायरी के दीवाने हो और उनके धीरज हो। फिल्म आम जनता को बांधने में कमजोर पड़ सकती है और इसे थिएटर में रिलीज करने की बजाय अगर ओटीटी पर रिलीज करते तो बेहतर होता। इन सबके अलावा अगर कहा जाए तो कुल मिलाकर निर्देशन संतुलित और प्रभावी है।
स्क्रीनप्ले
स्क्रीनप्ले तेज़ और कसावट भरा है। एपिसोड्स का एंडिंग दर्शकों में उत्सुकता छोड़ता है। संवाद खासतौर पर प्रभावशाली हैं कुछ लाइनें दिल को छू जाती हैं और किरदारों के भावों को सुंदरता से प्रकट करती हैं। हां, कुछ जगहों पर ड्रामेटिक ओवरटोन दिखाई देते हैं, लेकिन यह शो की शैली का हिस्सा लगता है।
‘ग़ुस्ताख़ इश्क़’ एक भावनात्मक, रोमांटिक और मनोरंजक ड्रामा है जिसमें मजबूत अभिनय, अच्छा निर्देशन और खूबसूरत संगीत का संतुलित मिश्रण है। अगर आप दिल को छू लेने वाली लव स्टोरीज़ पसंद करते हैं, तो यह शो आपको निश्चित रूप से पसंद आएगा।
