Movie Review: आयुष्मान खुराना ने दिया एक और रत्न, दमदार सोशल मैसेज दे रही है ''डॉक्टर जी''

punjabkesari.in Friday, Oct 14, 2022 - 12:35 PM (IST)

फिल्म - डॉक्‍टर जी
निर्देशक अनुभूत‍ि कश्‍यप
स्टारकास्ट - आयुष्‍मान खुराना, रकुलप्रीत स‍िंंह, शेफाली शाह, शीबा चड्ढा व अन्य
रेटिंग - 3.5/5 

 

Movie Review: बॉलीवुड के वर्सेटाइल एक्टर आयुष्मान खुराना की फिल्म 'डॉक्टर जी' आज 14 अक्टूबर को सभी सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है। फिल्म में उनके अपोजिट रकुलप्रीत सिंह नजर आ रही हैं। लीक से हटकल फिल्में करने वाले  आयुष्मान खुराना इस बार बार भी अपने दर्शकों के लिए कुछ नया लेकर आए हैं। इस फिल्म को अनुभूति कश्यप ने डायरेक्टर किया है। कॉमेडी के साथ-साथ फिल्म आपको एक दमदार सोशल मैसेज भी देगी। तो आइए जानते हैं इस बार कौन से सामाजिक मुद्दे पर बात कर रहे हैं आयुष्मान खुराना...

 

कहानी
फिल्म की कहानी भोपाल में रहने वाले एक उदिय गुप्ता (आयुष्मान खुराना) नाम के एक मेडिलक स्टूडेंट की है, जो बचपन से ऑर्थोपिडिशियन बनने का सपना देखता है। एमबीबीएस पूरी करने के बाद उदिय पीजी में एडम‍िशन लेना चाहते हैं, जहां वह ऑर्थोपेड‍िक लेना चाहते हैं। लेकिन शायद किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। रैंक कम और भोपाल में सीट की किल्लत की वजह से उदिय को गाइनोकॉलजिस्ट ब्रांच में एडमिशन मिलता है। इस वजह से वह बेहद दुखी हो जाता है। बाकी लोगों की तरफ उदिय को भी यही लगता है कि गाइनोकॉलजिस्ट मर्दौं को सूट नहीं करता। इस कारण वह बेहद शर्मिंदगी महसूस करता है। लेकिन अपने बड़े भईया के समझाने पर वह मन मारकर कॉलेज तो चला जाता है लेकिन वह इससे बिल्कुल भी खुश नहीं होता है। 

 

गाइनोकॉलजिस्ट की ट्रेनिंग के दौरान उदित को कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है और यहां से आता है कहानी में मजा। क्या उदित ‘मेल-टच’ खत्‍म कर पाएगा? क्या वह खुद को गाइन बनना स्वीकार करेगा? क्या उसके लिए औरत की बात समझना मुश्किल है? ये सब जानने के लिए आपको सिनेमाघरों तक जाना पड़ेगा..

 

डायरेक्शन
इस फिल्म में न‍िर्देशक की कुर्सी संभाल रहीं अनुभूत‍ि कश्‍यप ने बेहतरीन काम किया है। अनुराग कश्यव की बहन अनुभूत‍ि कश्‍यप ने इस कॉमेडी ड्रामा फिल्म के जरिए एक ऐसे समाजिक मुद्दे को पर्दे पर दिखाया है, जिसपर हर कोई बात करने के बचता है।

 

फिल्म की कहानी समाज के उस सोच को दर्शाती है जहां समाज तय करता है कि औरतों और मर्दों को क्या काम करना चाहिए और क्या नहीं। कैसे पुरुष स्त्री रोग विशेषज्ञों की तुलना में लोग स्त्री रोग विशेषज्ञों को ज्यादा तरजीह देते हैं। अनुभूत‍ि ने सालों से चलते आ रहे इस कॉन्‍सेप्‍ट को तोड़ने की अच्छी कोशिश की है। वहीं फिल्मांकन ऐसा है कि आपको कही भी फील नहीं होगा कि ये कम या ये ज्यादा होना चाहिए था। अपनी जगह सब कुछ ठीक है। फिल्म का ट्रीटमें कई मामलों में फ्रेश है। फिल्म के कुछ-कुछ डायलॉग बहुत अच्छे हैं। जैेसे  'हमारे मोहल्ले में लड़के क्रिकेट खेलते हैं और लड़कियां बैडमिंटन... कुल मिलाकर ये फिल्म मस्ट वॉच है।

 

एक्टिंग
आयुष्मान खुराना ने हर बार की इस बार भी साबित कर दिया कि वे एक उम्दा कलाकार हैं। फिल्म में उनका मुकाबला इस तरह की एक्टिंग में कोई नहीं कर सकता। वहीं फैंस भी से हमेशा से आयुष्मान को इस तरह के किरदार के लिए पसंद करते हैं। रकुलप्रीत सिंह ने भी अच्छा काम किया है। वहीं एचओडी के क‍िरदार शेफाली शाह ने दमदार अभिनय किया है। जितनी बार वह स्‍क्रीन पर आई हैं, छा गईं। वहीं आयुष्‍मान की मां के रोल निभा रहीं शीबा चड्ढा का किरदार बेहद एंटरटेनिंग है।

 

इस वीकेंड अगर आप किसी अच्छे कॉन्‍सेप्‍ट की फिल्म देखना चाहते हैं, तो डॉक्‍टर जी जरूर जाएं।


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News Editor

Deepender Thakur

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