Four More Shots Please season 4 Review: बेबाक ज़िंदगी, दोस्ती की कसौटी और बोल्ड ड्रामा
punjabkesari.in Friday, Dec 19, 2025 - 01:50 PM (IST)
Review: फोर मोर शॉट्स प्लीज फाइनल सीजन (Four More Shots Please)
कलाकार: कीर्ति कुल्हारी (Kirti Kulhari), सयानी गुप्ता (Sayani Gupta), बानी जे (Bani J), मानवी गगरू (Maanvi Gagroo) , कुणाल रॉय कपूर (Kunal Roy Kapur) , डिनो मोरिया (Dino Morea), राजीव सिद्धार्थ (Rajeev Siddharth) , अनसुइया सेन गुप्ता (Anasuya Sen Gupta) और प्रतीक बब्बर (Prateik Babbar)
निर्देशक:अरुणिमा शर्मा (Arunima Sharma) और नेहा पार्टि माटियानी (Neha Party Matiyani)
ओटीटी प्लेटफार्म: प्राइम वीडियो
रेटिंग: 2.5*
Four More Shots Please: सयानी गुप्ता, कीर्ति कुल्हारी, बानी जे और मानवी गगरू स्टारर वेब सीरीज़ फोर मोर शॉट्स प्लीज! अपने आख़िरी पड़ाव पर एक बार फिर उसी हंगामे, बेबाकी और बोल्डनेस के साथ लौट आई है, जिसके लिए यह जानी जाती है। यह सीरीज़ किसी सामाजिक सुधार का दावा नहीं करती, बल्कि शहरी, वर्किंग क्लास महिलाओं की इच्छाओं, कुंठाओं, रिश्तों और आत्मनिर्भरता को क्वीन-साइज़ लाइफ के अंदाज़ में पेश करती है। टकीला शॉट्स, ट्रैवल गोल्स और टूटी-बिखरी भावनाओं के बीच यह कहानी फिर से दोस्ती की कसौटी पर खरी उतरती नजर आती है।सीरीज आज प्राइम वीडियो पर रिलीज हो चुकी है।

कहानी
‘फोर मोर शॉट्स प्लीज!’ का यह सीजन एक बार फिर दामिनी, अंजना, सिद्धि और उमंग की ज़िंदगी के इर्द-गिर्द घूमती है। कहानी की शुरुआत सिद्धि की शादी से होती है, जो अपने लंबे समय के बॉयफ्रेंड मिहिर से शादी करती है। अंजना तलाक के बाद अपनी बेटी के साथ खुशहाल जीवन जी रही है और एक सफल वकील है, जबकि दामिनी एक चर्चित पत्रकार बन चुकी है, लेकिन निजी रिश्तों में अब भी उलझी है। उमंग करियर में आगे बढ़ चुकी है, मगर उसे अब भी सही साथी की तलाश है।
चारों महिलाएं ज़िंदगी में सेटल हैं, लेकिन हर किसी के सामने अपनी-अपनी चुनौतियां हैं। जब भी कोई मुश्किल में पड़ता है, बाकी तीन उसका सहारा बन जाती हैं। यही इस सीरीज की सबसे बड़ी ताकत है। इस सीजन में कुछ नए किरदारों की एंट्री होती है, जो कहानी में हल्का सा तड़का लगाते हैं।

कुल मिलाकर, कहानी पहले सीजन की ही रफ्तार पर आगे बढ़ती है। प्यार, रिश्ते, दोस्ती और एलजीबीटीक्यू जैसे विषयों पर मैसेज देने की कोशिश की गई है, लेकिन कुछ भी बहुत नया नहीं लगता। अंत में वही उम्मीद और दोस्ती से भरी हैप्पी एंडिंग देखने को मिलती है।
अभिनय
चारों लीड अभिनेत्रियां अपने किरदारों में पूरी तरह डूबी नज़र आती हैं। सयानी गुप्ता, कीर्ति कुल्हारी, बानी जे और मानवी गगरू न सिर्फ़ अपने रोल निभाती हैं, बल्कि उन्हें जीती हैं। बोल्ड और इंटीमेट सीन में कीर्ति कुल्हारी बढ़िया लग रही हैं। हर सीन में एक तरह की मस्ती और आत्मविश्वास है, जो लेखन को और असरदार बनाता है। उनके अभिनय में वह सहजता है जो ड्रामा और कॉमेडी दोनों को बराबर वजन देती है। सपोर्टिंग कास्ट भी कहानी को मज़बूती देती है। कई किरदार आपको हंसाते और आपका मनोरंजन करते हैं।

निर्देशन
सीरीज का निर्देशन अरुनिमा शर्मा ने किया है। निर्देशन में आत्मविश्वास साफ़ झलकता है। सीरीज़ अपने टोन को लेकर स्पष्ट है बोल्ड, ग्लैमरस और बेबाक। निर्देशक हर सीन को एंजॉय करने का मौका देते हैं, चाहे वह इमोशनल हो या कॉमिक। कैमरा, म्यूज़िक और लोकेशंस मिलकर एक ऐसी दुनिया रचते हैं जो आकर्षक भी है और उत्तेजक भी। कुछ जगहों पर ओवर-द-टॉप महसूस हो सकता है, लेकिन यही इसकी पहचान भी है। कई सीन खिंचे हुए भी लगते हैं, जो कई बार ऊबाउ हो जाते हैं। वहीं कहानी में कुछ नयापन नहीं है बाकी सीजन की तरह वही सबकुछ है ऐसा कुछ नहीं है जिसे फाइनल कहा जा सके।
