सातवें नवरात्रे पर श्री ज्वालामुखी मंदिर में मुंडन करवाने का है विशेष महत्व

punjabkesari.in Monday, Oct 19, 2015 - 12:33 PM (IST)

विश्व विख्यात शक्ति पीठ श्री ज्वालामुखी मंदिर में अश्विन नवरात्रों के सातवें नवरात्रे पर कालरात्रि माता के रूप में ज्वाला मां का पूजन किया जाता है। इस दिन यहां हजारों श्रद्धालु पवित्र ज्योतियों के दर्शन कर मां का आशीष प्राप्त करते हैं।   

पुजारी अविनेद्र शर्मा ने कहा की श्री ज्वालामुखी मंदिर में सातवें नवरात्रे को मां कालरात्रि के रूप में ज्वाला मां का पूजन किया जाता है। यह माता संसार में कालों का नाश करने वाली देवी कालरात्री ही हैं। भक्तों के द्वारा इनकी पूजा के उपरांत उनके सभी दुःख, संताप भगवती हर लेती हैं, दुश्मनों का नाश करती हैं तथा मनोवांछित फल प्रदान कर उपासक को संतुष्ट करती हैं। 
 
आज सुबह से ही हजारों श्रद्धालु ज्वाला मां की पवित्र ज्योतियों के दर्शन के लिए लाइनों में लग कर ज्वाला मां के जयकारे लगा रहे हैं। आज के दिन मंदिर में मुंडन करवाने का अत्यधिक महत्व है। अत: सैंकड़ों मुंडन ज्वाला दरबार में होते हैं। ज्वाला मां सभी भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करती हैं। 
 
मंदिर अधिकारी डॉ अशोक पठानिया ने कहा की ज्वालामुखी मंदिर में बाहरी राज्यों से पंजाब, हरियाणा, दिल्ली व यू.पी से हजारों श्रद्धालुओं ने ज्वाला मां की पवित्र ज्योतियों के दर्शन किए और जयकारे लगाए। इन नवरात्रों में मंदिर प्रशासन की तरफ से श्रद्धालुओं को तीन टाइम के लंगर की व्यवस्था की गई है और फ्री मेडिकल कैंप व् फ्री दवाइयां भी दी जा रही हैं। मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा के सभी प्रबंध किए हुए हैं। जिससे किसी भी श्रद्धालु को परेशानी का सामना न करना पड़े ।
 
इन नवरात्रों में चौथे नवरात्रे तक श्रद्धालुओं द्वारा ज्वाला मां के चरणों में अर्पित किए गए लगभग 25 लाख रुपए, सोना- 9 ग्राम और चांदी 1 किलो 800 ग्राम।

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