Year 2026 Horoscope: 2026 में शनि–राहु की टक्कर, इन 5 राशियों के लिए बढ़ेगी चुनौती
punjabkesari.in Sunday, Nov 16, 2025 - 09:45 AM (IST)
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Year 2026 Horoscope: साल 2026 ज्योतिषीय दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण रहने वाला है क्योंकि इस वर्ष न्याय के देवता शनि, कर्मफल दाता गुरु और छाया ग्रह राहु-केतु की स्थिति में बड़े बदलाव होंगे। इन ग्रहों के गोचर से पांच विशेष राशियों के जीवन में संघर्ष, बदलाव और बड़ी सफलता की नींव रखी जाएगी। यह वर्ष केवल चुनौतियों का नहीं, बल्कि परिश्रम और आत्म-मंथन के माध्यम से महान उपलब्धियों को प्राप्त करने का भी होगा।
मेष राशि
मेष राशि के जातकों के लिए 2026 में शनि का गोचर एकादश भाव से होकर द्वादश भाव में प्रवेश करेगा। यह परिवर्तन जनवरी के अंत या फरवरी की शुरुआत में होगा, जिसके कारण मेष राशि पर साढ़े साती का पहला चरण शुरू हो जाएगा। अचानक बड़े खर्चे आएंगे। निवेशों में सावधानी बरतनी होगी। धन का प्रबंधन चुनौतीपूर्ण होगा। पारिवारिक और प्रेम संबंधों में दूरियां आ सकती हैं या गलतफहमियां बढ़ सकती हैं।

कर्क राशि
कर्क राशि के लिए 2026 में शनि का गोचर अष्टम भाव में रहेगा, जिसे अष्टम ढैया कहा जाता है। यह अवधि कर्क राशि के लिए सबसे चुनौतीपूर्ण मानी जाती है। वाहन चलाते समय विशेष सावधानी बरतनी होगी। गंभीर या लंबे समय तक चलने वाली स्वास्थ्य समस्याएं उभर सकती हैं। अज्ञात चिंताएं, असुरक्षा की भावना और मानसिक बेचैनी बनी रहेगी। पैतृक संपत्ति या वसीयत संबंधी विवाद परेशान कर सकते हैं। आप अपने सुख-सुविधाओं को छोड़कर करियर पर फोकस करेंगे।
तुला राशि
तुला राशि वालों के लिए 2026 का वर्ष साढ़े साती के अंतिम चरण से शुरू होगा और शनि के गोचर से यह समाप्त हो जाएगी। लेकिन इस दौरान राहु-केतु और गुरु की स्थितियां भी महत्वपूर्ण रहेंगी। वर्ष के मध्य में शनि का षष्ठम भाव में जाना ऋण, शत्रु और रोग की ओर ध्यान केंद्रित करेगा। काम का बोझ बढ़ेगा और आपको कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ेगा। माता-पिता के स्वास्थ्य को लेकर चिंताएं बनी रह सकती हैं। घर की मरम्मत या स्थान परिवर्तन में बाधाएं आ सकती हैं।

मकर राशि
मकर राशि पर साढ़े साती का अंतिम चरण चलेगा, जो वर्ष 2026 में कई महत्वपूर्ण सबक सिखाएगा और जीवन की दिशा तय करेगा। पैरों, घुटनों और मांसपेशियों में दर्द की शिकायत रह सकती है। आलस्य का त्याग करना कठिन होगा। कई महत्वपूर्ण निर्णय लेने में अनावश्यक देरी होगी, जिससे अवसरों का नुकसान हो सकता है। कार्य की अधिकता और जिम्मेदारियों के कारण सामाजिक जीवन प्रभावित होगा।
मीन राशि
शनि का बारहवें भाव में गोचर साढ़े साती का प्रारंभिक चरण शुरू करेगा। इससे अनावश्यक खर्च, नींद की कमी और विदेश यात्रा या घर से दूरी की संभावना बनेगी। धन का अपव्यय हो सकता है। आपको अपनी आय और व्यय का संतुलन बनाए रखना मुश्किल होगा। वर्ष के मध्य में गुरु का गोचर आपकी बुद्धि और ज्ञान को बढ़ाएगा। धार्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी।

