अगर आप भी हैं स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित तो इन Vastu Tips को करें Follow

punjabkesari.in Sunday, Nov 17, 2019 - 11:43 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
देखने में आया है कि किसी परिवार में एक के बाद एक व्यक्ति किसी न किसी रोग का शिकार होता ही रहता है। वास्तु, एक लौकिक विज्ञान प्रकृति की लय है जिसका उपयोग आपके जीवन में अच्छी तरह से होने की भावना को पेश करता है। बस अपने परिवेश को व्यवस्थित या दुरुस्त करके, आप अपने जीवन को अच्छे स्वास्थ्य की ओर ले जा सकते हैं। घर का वास्तु सम्मत होना आपके जीवन को सौहार्दपूर्ण प्रसन्नचित्त स्वस्थ और समृद्ध रखेगा। ऐसे में अनुभव में पाया गया है कि जिस घर में वास्तु दोष होता है, उस घर में रहने वाले व्यक्तियों का स्वास्थ्य शीघ्र खराब होता है। 
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जिस घर या कार्यस्थल के केंद्र स्थान में बहुत से कमरे हों, उस घर या कार्यस्थल में रहने वालों का स्वास्थ्य समय-समय पर खराब होता रहता है। घर या कार्यस्थल का केंद्र स्थान वास्तु पुरुष का हृदय स्थान माना जाता है। इस स्थान पर किसी भी तरह का निर्माण होना, प्रतिकूल फलदायक होता है। ब्रह्मस्थान घर का केंद्र बिंदू होता है, इसे केंद्र इसीलिए कहा जाता है क्योंकि इस स्थान पर विभिन्न दिशाओं के ऊर्जा बिंदुओं का मिलन होता है। केंद्र का अर्थ है ब्रह्मस्थान, यह घर की विभिन्न दिशाओं से सभी ऊर्जाओं का मिलन बिंदु होगा। इस स्थान को स्वच्छ और भार मुक्त रख कर हम स्वास्थ्य को बेहतर कर सकते हैं। 

यदि आप या आपके परिवार का कोई सदस्य स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित है, तो दक्षिण-पूर्व, दक्षिण-पश्चिम और पश्चिम दिशाओं की जांच करें। इन दिशाओं में कुछ समस्याएं होने की संभावनाएं बनती हैं। ऐसे में कुछ सावधानियां आपको बरतनी चाहिएं और विशेष रूप से घर में वास्तु दोष का निरीक्षण कराना चाहिए। 
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ब्रह्मस्थान में कूड़ा-कबाड़ा नहीं रखना चाहिए। इसके अतिरिक्त ब्रह्मस्थान में भारी वस्तुएं, कुएं, लिफ्ट, सीढ़ियां और शौचालय भी पूर्णत: निषिद्ध हैं। ब्रह्म स्थान पर किसी भी प्रकार का कोई गड्ढा होना मानसिक रोग की वजह बन सकता है। 

वास्तु शास्त्र के अनुसार ब्रह्मस्थान में किसी भी प्रकार का कुआं या गड्ढा होना, घर में वास करने वालों के लिए स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का कारण बन सकता है। यह समृद्धि को प्रभावित करता है। घर के ब्रह्मस्थान में एक मंदिर बनाया जा सकता है या इसे आप आंगन के रूप में प्रयोग कर सकते हैं। इस स्थान का खुला होना और यहां से आकाश दिखना शुभ माना जाता है। 
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सूर्य की किरणें, वायु और प्रकाश का ब्रह्म स्थान पर आना, स्वास्थ्य को बेहतर बनाती हैं। अक्सर देखने में आता है कि छोटे घरों में ब्रह्मस्थान को लिविंग रूम/हॉल रोगों से तेजी से उबरने, रोग संबंधी जटिलताओं को कम करने और अच्छे स्वास्थ्य का समर्थन करने में मदद करता है। खराब वास्तु से रोग वृद्धि, तनाव और अवसाद ग्रह ऊर्जा बढ़ती है। 


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