Trinetra Ganesh Temple of Ranthambore: रणथंभौर की सांस्कृतिक विरासत का दिव्य प्रतीक है त्रिनेत्र गणेश का ये मंदिर
punjabkesari.in Wednesday, Aug 06, 2025 - 12:57 PM (IST)

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Trinetra Ganesh Temple: त्रिनेत्र गणेश मंदिर राजस्थान के प्रसिद्ध रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान के निकट स्थित एक पवित्र स्थल है। यह मंदिर देवों के देव महादेव के पुत्र गणेश जी को समर्पित है। त्रिनेत्र गणेश मंदिर न केवल आस्था का केंद्र है, बल्कि यह क्षेत्र की प्राचीन सांस्कृतिक विरासत का एक जीवंत प्रतीक भी है। इस मंदिर में श्रद्धालुओं का विशेष सैलाब देखने को मिलता है। रणथंभौर गणेश मंदिर में हर साल गणेश चतुर्थी का विशेष उत्सव धूमधाम से मनाया जाता है, जिसमें भक्त बड़ी संख्या में शामिल होते हैं। यह मंदिर रणथंभौर की यात्रा के दौरान आध्यात्मिक अनुभव के लिए एक महत्वपूर्ण स्थल है।
इस मंदिर की खास विशेषता
इस मंदिर की एक विशेषता यह है कि यहां भगवान गणेश के साथ उनका पूरा परिवार- पत्नी रिद्धि-सिद्धि और पुत्र शुभ-लाभ भी विराजमान हैं, जो कि अन्य गणेश मंदिरों में दुर्लभ रूप से देखने को मिलता है। यह मंदिर विशेष रूप से उस समय प्राचीन राजा हम्मीरदेव के काल का माना जाता है, जब उन्होंने रणथंभौर किले में इसे बनवाया था।
भक्तों द्वारा डाक से भगवान को भेजी जाती हैं चिट्ठियां
राजस्थान के रणथंभौर स्थित त्रिनेत्र गणेश मंदिर केवल एक पूजा स्थल नहीं है, बल्कि एक अनोखी आस्था की मिसाल भी है। यहां भगवान गणेश को हर दिन हजारों चिट्ठियां डाक से भेजी जाती हैं। यह परंपरा सदियों से चली आ रही है। भक्त मानते हैं कि त्रिनेत्र गणेश जी अपने भक्तों की मनोकामनाएं सुनते ही नहीं, बल्कि पत्र के माध्यम से भेजी गई समस्याओं को भी समझते हैं और समाधान करते हैं। यही कारण है कि देश के कोने-कोने से लोग अपनी इच्छाओं, समस्याओं, निमंत्रण पत्रों, शादी के कार्ड और मन की बातों को चिट्ठी के रूप में भगवान को भेजते हैं।