Swami Vivekananda Jayanti 2025: मनचाही सफलता देंगे ये मूल मंत्र
punjabkesari.in Wednesday, Jan 08, 2025 - 12:21 PM (IST)
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2025 National Youth Day: भारत के गौरव को देश-देशांतरों में उज्ज्वल करने का कार्य स्वामी विवेकानंद जी ने किया। उनके विचार, चिंतन और परिकल्पना आज भी उतनी ही सार्थक है। जरूरत है तो केवल उनके दिखाए मार्ग पर चलने की तभी सही अर्थों में हम विश्व गुरु का स्थान पुन: प्राप्त कर सकते हैं। समाज के प्रति प्रेम, सद्भाव, आदर की भावना रखते हुए उनके आदर्शों को आगे बढ़ाया जा सकता है।
National Youth Day India: ‘उठो, जागो और ध्येय की प्राप्ति तक रुको मत’- उनके ये वचन सफलता का मूल मंत्र कहे जाते हैं। उनका विश्वास था कि पवित्र भारतवर्ष धर्म एवं दर्शन की पुण्यभूमि है। यहीं बड़े-बड़े महात्माओं और ऋषियों का जन्म हुआ। यही संन्यास एवं त्याग की भूमि है तथा यहीं आदिकाल से लेकर आज तक मनुष्य के लिए जीवन के सर्वोच्च आदर्श व मुक्ति का द्वार खुला हुआ है।
Vivekananda Jayanti: वह कहते थे कि यह देश हजारों वर्षों तक गुलाम रहने के कारण हम अपनी वास्तविक पहचान तक भूल गए या अपनी भूल भावना व हिन्दूवादी सोच का परिचय करवाने में भी लज्जा महसूस करते थे। भारतीय समाज उस समय अपनी पहचान खो चुका था। तब उन्होंने आह्वान किया था, ‘‘गर्व से कहो हम हिन्दू हैं। ’
Swami Vivekananda Story: स्वामी विवेकानंद जी ने 11 सितंबर 1893 को शिकागो (अमरीका) में विश्व धर्म सम्मेलन में एक बेहद चर्चित भाषण दिया था। उन्होंने कहा था, ‘‘मुझे गर्व है कि मैं एक ऐसे देश से हूं, जिसने इस धरती के सभी देशों और धर्मों के सताए गए लोगों को शरण दी है। मुझे गर्व है कि मैं एक ऐसे धर्म से हूं, जिसने दुनिया को सहनशीलता और सार्वभौमिक स्वीकृति का पाठ पढ़ाया है। हम सिर्फ सार्वभौमिक सहनशीलता में ही विश्वास नहीं रखते, हम विश्व के सभी धर्मों को सत्य के रूप में स्वीकार करते हैं।’’
Swami Vivekananda Interesting Facts: स्वामी जी कहते थे, ‘‘विश्व मंच पर भारत की पुनप्र्रतिष्ठा में युवाओं की बहुत बड़ी भूमिका है। मेरे देश के युवाओं को इस्पात की नसें, फौलाद की मांसपेशियां, विशाल हृदय और वज्र की तरह दिमाग चाहिए। इन गुणों से वे देश मेें परिवर्तन कर सकते हैं।’’