कुंडली में कमजोर है सूर्य की स्थिति तो करें इन मंत्रों का जाप
punjabkesari.in Sunday, Oct 16, 2022 - 12:11 PM (IST)
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कहा जाता है हिंदू धर्म के समस्त देवी-देवताओं में से केवल एक सूर्य एक ऐसे देव हैं जो प्रतिदिन अपने भक्तों को दर्शन देते हैं। ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार रविवार के दिन इनकी पूजा-आराधना का विशेष महत्व है। माना जाता है सूर्य देव को प्रसन्न करने के लिए मात्र एक लोटा जल ही काफी है। नियमित रूप से सूर्य देव को अर्घ्य देकर मनुष्य अपने जीवन की कई समस्याओं से छुटकारा पा सकता है। साथ ही उनके व्रत, मंत्र व उपाय से मान-सम्मान में वृद्धि, नौकरी में तरक्की और अनेकों सफलता के द्वार खुल जाते हैं। हिंदू धर्म ग्रंथों में रविवार का दिन सूर्य देवता को समर्पित है। मान्यता है अगर सूर्य देव की पूजा सूर्योदय होते हुए की जाए तो उसका फल बेहद ही कल्याणकारी कहलाता है। सूर्यदेव की आराधना न केवल साधु-संत ने बल्कि प्रभु श्री राम ने भी की थी। इसी के मद्देनजर आज हम आपको बताने जा रहे हैं सूर्य देव की आराधना से जुड़े खास मंत्रों के बारे में जिनका जप करना कई तरह से लाभकारी माना गया है। ऐसा कहा जाता है इन मंत्रों का जाप करने से कुंडली में सूर्य की स्थिति तो मजबूत होती ही है साथ ही साथ जीवन से सभी परेशानियां दूर हो जाती हैं। तो आइए जानते हैं सूर्य देव के विभिन्न 12 मंत्रों के बारे में-
ॐ हृां मित्राय नम:
अच्छी सेहत पाना चाहते हैं और चाहते हैं कि आपकी कार्य क्षमता में वृद्धि हो तो सूर्य देव के इस मंत्र का जाप उन्हें अर्ध्य देते समय नियमित रूप से करें।
ॐ हृीं रवये नम:
शरीर का रक्त संचार ठीक करना चाहते हैं, तो सूर्य देव के समक्ष खड़े होकर इस मंत्र का जाप करना चाहिए। इससे खांसी से जुड़ी समस्याओं आदि से जुड़े रोग भी दूर हो जाते हैं।
ॐ हूं सूर्याय नम:
जीवन में मानसिक शांति चाहते हैं तो सूर्यदेव के इस मंत्र का जप करना बेहद ही लाभदायक है। इसका जप करने से बुद्धि में भी वृद्धि आती है।
ॐ ह्रां भानवे नम:
मूत्राशय से जुड़ी समस्याओं के लिए आप इस मंत्र का जाप कर सकते हैं।
ॐ हृों खगाय नम:
मलाशय से संबंधित समस्या के लिए इस मंत्र का जाप करना अच्छा होता है। इस मंत्र के जाप से बुद्धि विकसित होती है और शारीरिक बल भी बढ़ता है।
ॐ हृ: पूषणे नम:
बल और धैर्य बढ़ाना चाहते हैं, तो इस मंत्र का जाप करें। इसका उच्चारण करने से मनुष्य का मन धार्मिक कर्मों में लगता है।
ॐ ह्रां हिरण्यगर्भाय नमः
छात्र अगर सूर्यदेव की विशेष रूप से कृपा पाना चाहते हैं तो इस मंत्र का जाप 108 बार करें इससे शारीरिक, बौद्धिक और मानसिक शक्तियां विकसित होती हैं।
ॐ मरीचये नमः
इस मंत्र का जाप मनुष्य स्वस्थ काया पाने के लिए करता है। जिसके फलस्वरूप मनुष्य को कोई रोग नहीं होते।
ॐ आदित्याय नमः
इस मंत्र के जाप से बुद्धि तीव्र होती है और आर्थिक समस्या भी दूर होती है।
ॐ सवित्रे नमः
मनुष्य को अगर मान-सम्मान पाना है तो इस मंत्र का जाप करें। इसके अतिरिक्त व्यक्ति की विचारधारा में भी परिवर्तन आता है।
ॐ अर्काय नमः
सूर्यदेव का यह मंत्र अत्यंत लाभकारी है। इस मंत्र के 108 बार उच्चारण से मन मजबूत होता है और जीवन से सारी तकलीफ मिट जाती हैं।
ॐ भास्कराय नमः
इस मंत्र का जाप करने से आंतरिक और बाहरी शरीर साफ व स्वच्छ रहता है, मन में बुरे ख्याल नहीं आते। साथ ही साथ मन भी प्रसन्न रहता है।
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