Nautapa 2025: आज से शुरू हो रहा नौतपा, सूर्य देव को अर्पित करें ये खास चीजें और पाएं खुशहाली
punjabkesari.in Sunday, May 25, 2025 - 06:43 AM (IST)

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Nautapa 2025: हिंदू पंचांग और ज्योतिष शास्त्र में नौतपा एक विशेष काल होता है, जो हर साल मई के अंत में शुरू होता है। वर्ष 2025 में नौतपा 25 मई से शुरू होकर 2 जून तक चलेगा। यह समय सूर्य की तीव्र तपिश और पृथ्वी पर बढ़ते तापमान के लिए जाना जाता है। नौतपा शब्द का अर्थ है नौ दिनों की तपन। इस काल में सूर्य अपनी उच्चतम शक्ति में होता है और इसका प्रभाव मौसम, मानव शरीर और प्रकृति पर स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है।
ज्योतिषीय महत्व
नौतपा को लेकर मान्यता है कि इन नौ दिनों में सूर्य की किरणें पृथ्वी पर सीधी और तीव्र पड़ती हैं। जिस वर्ष नौतपा के दौरान बादल छाए रहते हैं या बारिश हो जाती है, उस वर्ष मानसून कमजोर माना जाता है। वहीं यदि नौतपा में तेज गर्मी और आकाश साफ रहे, तो आने वाला मानसून अच्छा और समय पर होता है। इसलिए नौतपा को वर्षा ऋतु का पूर्व संकेतक भी माना जाता है।
सूर्य देव को लगाएं ये भोग
गुड़ और गेहूं का भोग
सूर्यदेव को गुड़ और गेहूं का भोग विशेष प्रिय है। सूर्य को अर्घ्य देने के बाद गुड़ और गेहूं मिश्रित भोग अर्पित करें। इससे शरीर में उर्जा बढ़ती है और पाचन तंत्र मजबूत होता है।
लाल वस्तुओं का भोग
सूर्य से संबंधित वस्तुएं जैसे लाल फल लाल वस्त्र, या लाल फूल अर्पित करना शुभ माना जाता है। इससे जीवन में सकारात्मकता आती है।
जल से भरा तांबे का लोटा
सूर्यदेव को तांबे के लोटे में जल, लाल पुष्प, चावल, और रोली डालकर अर्घ्य दें। इससे सूर्य दोष कम होता है और शारीरिक व मानसिक ऊर्जा प्राप्त होती है।
मीठे जल का भोग
मीठे पानी में गुलाब जल और मिश्री डालकर सूर्य को अर्पित करने से शीतलता आती है और जीवन में मिठास बनी रहती है।
खीर या साबूदाने का भोग
गर्मी में शरीर को ठंडक देने वाले खाद्य पदार्थ जैसे खीर, साबूदाना या बेल का शरबत सूर्यदेव को भोग में अर्पित करें। यह शरीर और मन दोनों को शांति प्रदान करता है।
सूर्य देव को प्रसन्न करने के उपाय
प्रतिदिन प्रातःकाल स्नान के बाद सूर्य को अर्घ्य दें।
ॐ घृणि सूर्याय नमः मंत्र का 108 बार जाप करें।
सूर्य यंत्र या तांबे की सूर्य मूर्ति की पूजा करें।
लाल चंदन का तिलक लगाएं।
गरीबों को गेहूं, गुड़ और लाल वस्त्र का दान करें।