मकर लग्न- Stock Market में करोड़पति बनाने वाले योग
punjabkesari.in Friday, Aug 22, 2025 - 06:02 AM (IST)
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Stock Market : आज बात करेंगे मकर लग्न वालों की। मकर राशि के उन जातकों की बात करेंगे जो स्टॉक मार्केट में इन्वेस्ट निवेश करते हैं या ट्रेड करते हैं। स्टॉक मार्केट में काम करने के लिए बहुत सारी चीजें जो है वह कुंडली में देखनी पड़ती हैं। ट्रेड करने के लिए चंद्रमा आपका बहुत अच्छा होना चाहिए। ट्रेडर का चंद्रमा भी निवेशक का चंद्रमा भी। चंद्रमा अच्छा नहीं होगा तो आप डिसीजन मेकिंग अच्छी नहीं कर पाएंगे। चाहे वह स्टॉक काटने का डिसीजन हो या स्टॉक लेने का डिसीजन हो या भाव के ऊपर यदि चीजें मिल रही हैं तो वहां पर कई बार नहीं ले पाता क्योंकि मन नहीं मानता। मन आपका चंद्रमा से देखा जाता है।
यदि आपकी कुंडली में सूर्य का डिस्टेंस चंद्रमा से या चंद्रमा का डिस्टेंस सूर्य से 100 डिग्री के आसपास नहीं है तो कोशिश करिए कि स्पेकुलेशन मत करिए मन कमजोर हो जाता है। चंद्रमा मन का कारक होता है। मान लीजिए मकर राशि की पत्रिका है आपकी। चंद्रमा आपका मकर राशि में है। मकर लग्न की पत्रिका लगा लीजिए, राशि भी आपकी मकर यह है। चंद्रमा आपका मकर राशि में ही है। सूर्य आपका धनु राशि में पड़ा है या कुंभ राशि में पड़ा है तो आपका चंद्रमा कमजोर हो जाएगा। तो यहां पर स्थिति थोड़ी सी वीक हो जाएगी चंद्रमा की। यदि आपका सूर्य वृश्चिक राशि में भी है या आपका सूर्य मीन राशि में भी है। चंद्रमा मकर में ही है तो भी आपका सूर्य चंद्रमा कमजोर हो जाएगा क्योंकि यहां पर देखेंगे सूर्य और चंद्रमा का मैक्सिमम डिस्टेंस वह 70-80 डिग्री रहेगा। अब मान लीजिए आपका चंद्रमा पड़ा हुआ है तुला राशि में। मकर लग्न है तुला राशि का चंद्रमा है और सामने मेष राशि का सूर्य आ गया। उच्च का सूर्य आ गया यानी कि तो चंद्रमा की स्थिति यहां पर आमने सामने वाली हो जाएगी। यह पूर्णिमा के आसपास का जन्म हो जाएगा। तो आपका चंद्रमा बहुत अच्छा हो जाएगा। यहां पर चंद्रमा का डिस्टेंस 160-70 से लेकर 180 डिग्री भी हो सकता है। जब पूर्णिमा होती है तो 180 डिग्री का होता है।
आपका सूर्य मकर राशि में ही है और चंद्रमा वहीं पर है। यहां पर भी यह गुंजाइश है कि आपका सूर्य चंद्रमा से 120° दूर होगा। यदि आपका सूर्य कर्क राशि में पड़ा है। चंद्रमा सात राशि में ही है। तुला में ही है तो भी आपका चंद्रमा सूर्य से 100 डिग्री के आसपास की दूरी पे हो जाएगा। तो यदि तो यह कॉम्बिनेशन है तो चंद्रमा आपका ठीक है। तो आपको बाजार में ट्रेड कर लेना चाहिए। आपका मन मजबूत है, आप कर सकते हैं लेकिन यह सिर्फ एक फैक्टर है। कुंडली जब बनाते हैं, तो कुंडली में 12वां भाव जो होता है, वह स्पेकुलेशन का भाव होता है। 12वां भाव यदि पीड़ित है, तो भी आपको नुकसान होता है स्पेकुलेशन से। आप फ्यूचर ऑप्शन में काम करते हैं। 12वें भाव में मान लीजिए शनि विराजमान है और राहु आपका चौथे भाव में पड़ा हुआ है और मंगल आपका पंचम में पड़ा हुआ है तो राहु की दृष्टि शनि के ऊपर चली जाएगी। मंगल की दृष्टि भी शनि के ऊपर चली जाएगी। मंगल छठे पे भी होंगे तब भी शनि को देख लेंगे। मंगल यदि नौवें में भी होंगे तब भी शनि को देख लेंगे। तो यहां पर होगा क्या कि आपका 12वां तीन भाव तीन पाप ग्रहों से पीड़ित हो जाएगा।
दो से ज्यादा पाप ग्रह यदि किसी भाव को देख लेते हैं तो उस भाव से संबंधित चीजें कमजोर हो जाती हैं तो ऐसी स्थिति में स्पेककुलेशन मत करिए। यह आपके लिए नहीं है। दूसरा भाव होता है पंचम भाव। ईजी गेंस का भाव होता है। इस भाव के कारक गुरु होते हैं। यदि मान लीजिए पंचम भाव में आपके मंगल पड़ा हुआ है और आपके नाइंथ में केतु है या राहु है नाइंथ में तो मंगल के ऊपर राहु की दृष्टि आ जाएगी। यह दो पाप ग्रहों से प्रभावित हो जाएगा। मान लीजिए शनि भी आपके 11वें में भाव में पड़े हैं तो यहां पर सीधा आपके तीन पाप ग्रह पंचम को पीड़ित कर देंगे। यह ईजी गेंस का भाव होता है।
आपको इजी गेंस लाइफ में नहीं मिल पाएंगे क्योंकि बुद्धि-विवेक का भाव तीन पाप ग्रहों से के प्रभाव में होने के कारण आप जो डिसीजन लेना है मार्केट में चलती मार्केट में जो डिसीजन लेना है बेचने का या खरीदने का वो एक्यूरेट तरीके से नहीं ले पाएंगे। आपका पंचम डिस्टर्ब है तो इजी गेंस आपको नहीं मिल पाते। तो यह तो दो भाव हैं जिनको जरूर देखा जाता है कुंडली में। चौथा आपकी कुंडली में आय भाव, धन भाव और गुरु यह दो यह तीन ग्रह अच्छे होने चाहिए। अब जब मकर लग्न की पत्रिका बनाएंगे तो शनि धन भाव के स्वामी हो जाएंगे और आपके लिए मंगल आय स्थान के स्वामी हो जाएंगे। अब मंगल और शनि यदि इनके ऊपर शुभ प्रभाव है। मान लीजिए मंगल शनि के ऊपर गुरु का प्रभाव है,। मंगल आपका अपने भाव में पड़ा है। 11 में ही पड़ा हुआ है मान लीजिए और शनि आपका धन भाव में पड़ा हुआ है। यदि पंचम में गुरु है तो वह आपके 11थ हाउस को देखेगा। 11वें हाउस के ऊपर गुरु का प्रभाव होगा तो निश्चित तौर पर वह चीजें बेटर करेगा। मान लीजिए गुरु आपका पंचम में नहीं पड़ा, दशम में पड़ा है तो भी गुरु शनि को देख लेगा। धन भाव के ऊपर गुरु की दृष्टि आ जाएगी तो यह तो कॉम्बिनेशन ऐसा बन जाएगा कि आपको कुछ न कुछ गेन मिल जाएंगे और पैसा बन जाएगा आपका।
मंगल-शनि आपस में आप एक दूसरे को देखते हैं तो भी वह अच्छा हो जाएगा पैसे के लिहाज से। लेकिन पंचम और 11वें की स्थिति में न हो तो ज्यादा अच्छा है क्योंकि यह भाव इजी गेंस का भाव होता है। यह पाप ग्रह है तो थोड़ा सा दिक्कत कर सकते हैं लेकिन अदरवाइज यदि हम देखें तो गुरु की दृष्टि हो जाए, शुक्र की दृष्टि हो जाए। धन भाव में मकर राशि की यदि पत्रिका बनाएंगे तो शुक्र पंचम भाव का स्वामी हो जाएगा। पंचम भाव का स्वामी होकर यदि धन भाव में पड़ा है शनि के साथ ही पड़ा है तो भी वह आपको मार्केट में एडवांटेज दिला देगा क्योंकि शुक्र से असीम धन देखा जाता है। तो यह एक स्थिति बेटर स्थिति हो जाएगी आपके लिए। तो कुल मिलाकर और गुरु का इन्वॉल्वमेंट जरूरी है क्योंकि गुरु आय का भी कारक है, गुरु धन का भी कारक है, गुरु नाइंथ हाउस का भी कारक है और गुरु आपके पंचम का भी कारक है। तो कुल मिलाकर यदि गुरु, शनि मंगल की स्थिति ठीक है, चंद्रमा की स्थिति ठीक है, मकर राशि के जातकों के लिए तो आपको मार्केट में उतरना चाहिए। यदि आपका गुरु ठीक है चार्ट में, आपका बुध ठीक है चार्ट में, तो आप इन्वेस्टमेंट से रिलेटेड चीजें कर सकते हैं। मान लीजिए गुरु केंद्र में पड़ा हुआ है, कहीं पर भी पड़ा है तो वो आपके लिए अच्छा हो जाएगा क्योंकि गुरु आपके लिए पैसे का कारक होता है, धन का कारक होता है। यदि वह 6, 8,12 में है तो स्थिति खराब है। मरकरी आपके लिए भाग्य स्थान के स्वामी होते हैं।
गुरु धन स्थान में पड़े हैं तो भी यह स्थिति हो जाएगी कि आप इन्वेस्टमेंट करेंगे तो इन्वेस्टमेंट से आपको अच्छे गेन मिल जाएंगे। तो लिहाजा यहां पर गुरु और बुध यदि अच्छे हैं टोटल मिलाकर वीनस अच्छा है। आपकी कुंडली में शनि-मंगल यह अच्छे हैं और चंद्रमा अच्छा है। यह स्थिति आपकी कुंडली में यदि बनती है। इनमें से चार कॉम्बिनेशन भी अच्छे बनते हैं तो बाजार में आपको काम करने के लिए आना चाहिए।
नरेश कुमार
https://www.facebook.com/Astro-Naresh-115058279895728
