Shattila Ekadashi 2024: माघ मास में षटतिला एकादशी व्रत कब ? जानें डेट और शुभ मुहूर्त

punjabkesari.in Wednesday, Jan 31, 2024 - 11:29 AM (IST)

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Shattila Ekadashi 2024: हिंदू पंचांग के अनुसार हर माह में दो बार एकादशी का व्रत रखा जाता है। माघ महीने की शुरुआत हो चुकी है। माघ महीने की कृष्ण पक्ष की एकादशी को षटतिला एकादशी कहा जाता है। इस दिन 6 प्रकार से तिल का उपयोग किया जाता है इस वजह से इसे षटतिला एकादशी के नाम से जाना जाता है। मान्यताओं के अनुसार इस दिन व्रत रखने व्यक्ति को अंत समय में स्वर्ग की प्राप्ति होती है। तो चलिए जानते हैं वर्ष 2024 में षटतिला एकादशी की डेट और मुहूर्त।

When is Shattila Ekadashi कब है षटतिला एकादशी 2024
हिंदू कैलेंडर के मुताबिक 5 फरवरी को शाम 5 बजकर 24 मिनट से इसकी शुरुआत होगी और 6 फरवरी 4 बजकर 07 मिनट पर इसका समापन होगा। हिंदू धर्म में हर त्यौहार उदया तिथि के अनुसार मनाया जाता है। इस मुताबिक यह व्रत 6 फरवरी दिन मंगलवार को रखा जाएगा।

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Shattila Ekadashi Puja Muhurat षटतिला एकादशी पूजा मुहूर्त

पूजा का समय सुबह 10 बजकर 02 मिनट से लेकर दोपहर 02 बजकर 18 मिनट तक है। इस दौरान पूजा करने से व्यक्ति को दोगुना फल की प्राप्ति होती है। इसी के साथ एक बात और बता दें कि इस दिन बहुत से शुभ योगों का भी निर्माण होने जा रहा है। जो की बेहद ही फलदायी साबित होगा।

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6 फरवरी को सबसे पहले व्याघात योग बनेगा जो सुबह 8 बजकर 50 मिनट तक तक। इसके बाद  हर्षण योग का निर्माण होगा जो 7 फरवरी को 6 बजकर 9 मिनट तक रहेगा। इसके बाद अंत में ज्येष्ठा नक्षत्र का निर्माण होगा जो 7 बजकर 35 मिनट तक रहेगा।

Shattila ekadashi षटतिला एकादशी का महत्व
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस दिन जो व्यक्ति व्रत रखता है उसके द्वारा किए गए अनजाने पापों से मुक्ति मिलती है और साथ में अंत समय में वैकुंठ धाम की भी प्राप्ति होती है। इसके अलावा जो व्यक्ति इस दिन तिल का इस्तेमाल करता है, जगत के पालनहार उस पर अपनी असीम कृपा बरसाते हैं। कहते हैं इस दिन जो व्यक्ति जितना दान करता है उसे उतने ही फल की प्राप्ति होती है। इस वजह से हो सके तो तिल का दान अवश्य करें।

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षटतिला एकादशी पर करें इन मंत्रों का जाप 

दन्ताभये चक्र दरो दधानं, कराग्रगस्वर्णघटं त्रिनेत्रम्। धृताब्जया लिंगितमब्धिपुत्रया,लक्ष्मी गणेशं कनकाभमीडे।।
ॐ आं संकर्षणाय नम:


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Content Editor

Prachi Sharma

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