Sawan somvar vrat- सावन सोमवार व्रत रखने वाले न करें ये काम

punjabkesari.in Saturday, Jul 20, 2024 - 07:33 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ

Shravan Somwar Vrat- सावन माह में सोमवार के दिन जो भी पूरे विधि-विधान से शिव जी की पूजा करता है, वो उनका विशेष आशीर्वाद पा लेता है। व्रत करने से हर व्रती को दु:ख, कष्ट और परेशानियों से छुटकारा मिलता है और वह सुखी, निरोगी और समृद्ध जीवन का आनन्द प्राप्त करता है।  इस दिन व्रत करने से बच्चों की बीमारी दूर होती है, दुर्घटना और अकाल मृत्यु से मुक्ति मिलती है, मनचाहा जीवनसाथी मिलता है, वैवाहिक जीवन में आ रही परेशानियों का अंत होता है, साथ ही भक्त का आध्यात्मिक उत्थान भी होता है। 

PunjabKesari Sawan somvar vrat

न करें ये काम, भगवान शिव हो जाएंगे नाराज
ज्योतिष शास्त्र में दूध को चंद्र ग्रह से संबंधित माना गया है क्योंकि दोनों की प्रकृति शीतलता प्रदान करने वाली होती है। चंद्र ग्रह से संबंधित समस्त दोषों का निवारण करने के लिए सोमवार को महादेव पर दूध अर्पित करें। समस्त मनोकामनाओं को पूर्ण करने के लिए शिवलिंग पर गाय का कच्चा दूध अर्पित करें। ताजा दूध ही प्रयोग में लाएं, डिब्बा बंद अथवा पैकेट का दूध अर्पित न करें। 

PunjabKesari Sawan somvar vrat

व्रत में रखें इन बातों का ध्यान
व्रतधारी को ब्रह्म मुहूर्त में उठकर पानी में कुछ काले तिल डालकर नहाना चाहिए।

भगवान शिव का अभिषेक जल या गंगाजल से होता है परंतु विशेष अवसर व विशेष मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए दूध, दही, घी, शहद, चने की दाल, सरसों तेल, काले तिल आदि कई सामग्रियों से अभिषेक की विधि प्रचिलत है। तत्पश्चात ऊँ नमः शिवाय मंत्र के द्वारा श्वेत फूल, सफेद चंदन, चावल, पंचामृत, सुपारी, फल और गंगाजल या साफ पानी से भगवान शिव और पार्वती का पूजन करना चाहिए।

PunjabKesari Sawan somvar vrat
मान्यता है कि अभिषेक के दौरान पूजन विधि के साथ-साथ मंत्रों का जाप भी बेहद आवश्यक माना गया है फिर महामृत्युंजय मंत्र का जाप हो, गायत्री मंत्र हो या फिर भगवान शिव का पंचाक्षरी मंत्र।

शिव-पार्वती की पूजा के बाद सावन के सोमवार की व्रत कथा करें।

आरती करने के बाद भोग लगाएं और घर-परिवार में बांटने के पश्चात स्वयं ग्रहण करें।

PunjabKesari Sawan somvar vrat
दिन में केवल एक समय नमक रहित भोजन ग्रहण करें। 

श्रद्धापूर्वक व्रत करें। अगर पूरे दिन व्रत रखना सम्भव न हो तो सूर्यास्त तक भी व्रत कर सकते हैं।

 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Niyati Bhandari

Related News