श्रावण मास में जो करता है ये काम, हो जाता है शिव कुपित
punjabkesari.in Friday, Jul 16, 2021 - 05:30 PM (IST)

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25 जुलाई से इस वर्ष के सावन मास का प्रारंभ होने वाला है। ग्रंथों के अनुसार सावन का महीना भगवान शंकर को समर्पित है। इसलिए इस मास में भगवान शंकर की विधिवत पूजा की जाती है जाता है कि उनकी श्रद्धा पूर्वक आराधना करता है जल्दी प्रसन्न होकर उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। इस माह से जुड़ी एक मान्यता के अनुसार देवी पार्वती ने भगवान शंकर को अपने पति के रूप में पाने के लिए घोर तपस्या कर उन्हें प्रसन्न किया था और उनके साथ विवाह के बंधन में बंधी थी। कहा जाता है क्योंकि सावन का महीना भगवान शंकर का प्रिय है इसलिए इस मास में कभी भी कोई ऐसी चीज नहीं करनी चाहिए जिससे भोलेनाथ प्रसन्न होने की बजाय क्रोधित हो। तो आइए आपको बताते हैं कुछ ऐसे काम जिन्हें न करने की सलाह दी जाती है जो व्यक्ति इन कार्यों को करता है वह शिव कुपित हो जाता है।
कहा जाता है कि श्रावण मास में खास तौर पर किसी भी निर्बल को सताना नहीं चाहिए। क्योंकि भगवान शंकर को गरीब वृद्ध दुर्बल और मवेशी आदि सभी प्राणियों से अति प्रिय है जो व्यक्ति इन लोगों को सताता है, वह इनके साथ साथ भगवान शंकर के कष्ट का कारण भी बनता है। भगवान शंकर को इन लोगों के कष्ट से पीड़ा होती है। तो अगर आपको कुपित नहीं होना चाहते और भगवान शंकर का शाप नहीं पाना चाहते तो खासतौर पर सावन मास में इन लोगों को बिल्कुल भी ना सताए।
धार्मिक शास्त्रों के अनुसार श्रावण मास में व्यक्ति को दिन में शयन नहीं करना चाहिए। ग्रंथों मे किए वर्णन के अनुसार श्रावण का मास भगवान शंकर की आराधना के लिए सबसे उत्तम होता है। जो व्यक्ति इनकी अराधना छोड़ इस मास में अधिक होता है उस पर शिव कुपित होते हैं और अपनी कृपा नहीं बरसाते।
सावन का महीना भगवान शंकर माता गौरी व उनके परिवार को समर्पित होता है। इसलिए हर व्यक्ति को चाहिए कि इस दौरान अपने परिवार में किसी प्रकार की लड़ाई झगड़ा आदि न करें। जो व्यक्ति इस मास में अपने जीवनसाथी को प्रेम या सम्मान नहीं दे पाता या शब्द का इस्तेमाल करता है उस पर भी बोले न क्रोधित हो जाते हैं।