Sawan 2020: ये उपाय करने से धन के देवता कहलाए थे कुबेर देव

punjabkesari.in Tuesday, Jul 14, 2020 - 04:00 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
श्रावण माह की शुरुआत के साथ ही हम आपको इससे जुड़ी तमाम जानकारी देने के प्रयास कर रहे हैं। इस कड़ी में हम आपको इस पावन मास में शिव जी की पूजा से लेकर इनसे जुड़े कई तथ्य बता चुके हैं। आज भी हम अपनी इस कड़ी को बरकरार रखते हुए आपको बताने वाले हैं भगवान शिव से जुड़े ऐसे तथ्य बताने वाले हैं जिसके बारे में आप में से बहुत कम लोग जानते होंगे। तो चलिए देर न करते हुए आपको बताते हैं देवों के देव महादेव से जुड़ी खास बातें, जिनका वर्णन शिव पुराण में पढ़ने को मिलता है। 
PunjabKesari, Sawan 2020, Sawan, Lord Shiva, Shiv ji, Shiv Upay, भोलेनाथ, शिव जी, Jyotish Upay In hindi, Astrology in hindi, Jyotish gyan, Jyotish Vidya
धार्मिक और ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि भगवान शिव की पूजा करने से संसार की प्रत्येक वस्तु हासिल की जा सकती है। महादेव को समर्पित शिव पुराण में कहा गया है कि जो व्यक्ति रोज़ाना शिवलिंग का पूजन करते हैं, भोलेनाथ उनके जीवन के सारे कष्टों खुद ही हर लेते हैं। मगर आज भी ऐसे कई लोग हैं जिन्हें इस बारे में नहीं पता कि इनकी पूजा का सही समय के साथ सही विधि क्या है तो अगर आप भी उन लोगों में शामिल होते हैं तो आइए आपको बताते हैं इनसे जुड़ी खास बातें-

शिवपुराण में कहा गया है कि यदि रात 11 से लेकर 12 बजे के बीच रोज़ाना शिवलिंग पर दीपक प्रजवल्लित करना चाहिए। ध्यान रहे दीपक जलाते समय भगवान शंकर का ध्यान करते हुए ॐ नम: शिवाय मंत्र का जप करें। इसके अलावा प्रातः रोज़ाना शिवलिंग पर जल, दूध और चावल चढ़ाना चाहिए। 
PunjabKesari, Sawan 2020, Sawan, Lord Shiva, Shiv ji, Shiv Upay, भोलेनाथ, शिव जी, Jyotish Upay In hindi, Astrology in hindi, Jyotish gyan, Jyotish Vidya
ऐसा कहा जाता है कि जो जातक रोज़ाना नियमपूर्वक इस उपाय को सच्चे मन तथा  बिना किसी दुर्भावना के करता है, उसे अपने जीवन में कामना से कई गुना ज्यादा धन प्राप्त होता है। 

शास्त्रों में इस उपाय से संबंधित एक कथा भी वर्णित है जो इस प्रकार है, जो धन के देवता भगवान कुबेर से जुड़ी हुई है।

यहां जानें कथा- 
प्राचीन काल में गुणनिधि नामक व्यक्ति बहुत गरीब व्यक्ति रहता था। एक समय की बात वो एक दिन वह भोजन की खोज में निकला। भोजन की तलाश करते-करते उसे रात हो गई। इस दौरान वो एक शिव मंदिर जा पहुंच। चूंकि रात बहुत हो चुकी थी तो उसने सोचा क्यों न यहीं पर विश्राम कर लिया जाए। रात का समय होने के कारण वहां अत्यधिक अंधेरा हो था, ऐसे में उसने इस अंधकार को दूर करने के लिए शिव मंदिर में अपनी श्रति (कमीज) जला कर प्रकाश किया। ऐसा कथाएं प्रचलित हैं कि उस व्यक्ति को रात्रि के समय भगवान शिव के समक्ष प्रकाश करने के फलस्वरूप अगले जन्म में देवताओं के कोषाध्यक्ष कुबेर देव का पद मिला। इसलिए कहा जाता है रात के समय बताया गया उपरोक्त उपाय करने से जीवन में धन और ऐश्वर्य की प्राप्ति होना निश्चित होता है। 

PunjabKesari, kubera dev, कुबरे देव


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Jyoti

Recommended News

Related News