Saturn Transit 2025: मेष राशि पर संकट की दस्तक, साढ़ेसाती में 921 दिन के लिए लोहे के पाए में शनि

punjabkesari.in Saturday, Oct 12, 2024 - 04:00 AM (IST)

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Saturn Transit 2025: अगले साल 29 मार्च 2025 को शनिदेव गोचर करेंगे मीन राशि में। मीन राशि में शनिदेव का गोचर रहेगा 23 फरवरी 2028 तक। ये लगभग 1061 दिन का पीरियड है जब शनिदेव मीन राशि में गोचर करेंगे। इसी बीच 2027 में एक ऐसा समय आएगा जब शनिदेव वक्री अवस्था में चलते हुए। 3 जून 2027 को दोबारा कुंभ राशि में आ जाएंगे 20 अक्टूबर 2027 तक यहीं पर रहेंगे। फिर मार्गी होने के बाद आगे चलेंगे और लगभग यह 921 दिन का समय है। जब मीन राशि में ही शनिदेव गोचर करेंगे तो इस गोचर के दौरान शनिदेव के क्या फल मिलेंगे। आज बात करेंगे मेष राशि के जातकों के लिए शनिदेव क्या फल प्रदान करेंगे-

मेष राशि के ऊपर साढ़े साती शुरू होने जा रही है 29 मार्च 2025 को। मेष राशि पर साढ़ेसाती शुरू हो जाएगी। इसके साथ ही राहु का गोचर मेष राशि के जातकों के लिए अभी 12वें भाव में हो रहा है। 12वें भाव के ऊपर से शनि का गोचर होगा 29 मार्च से लेकर 29 मई यह दो महीने तो पर्टिकुलर टाइम बहुत अच्छा नहीं है। मेष राशि के जातकों के लिए 12वां भाव खर्चे का भाव होता है। 12वां मोक्ष का भाव होता है और यहां पर दो पाप ग्रहों का साथ आना अच्छा नहीं है।  29 मई को राहु ग्यारहवें भाव में आ जाएंगे। वह आपके लिए अच्छे हो जाएंगे काफी राहत भरी बात हो जाएगी। मेष राशि के जातकों के लिए राहु के गोचर के कारण लेकिन शनि की साढ़े साती ही प्रॉब्लम नहीं है। शनि का जो पाया आ रहा है मेष राशि के जातकों के लिए वह भी लोहे का पाया आ रहा है। यहां पर समस्या यह है कि शनि के मेष राशि के जो जातक है वो साढ़े साती से पहले भी परेशान थे। इसका कारण यह है कि जो शनि है वो मेष राशि के जातकों के लिए हालांकि 11वें भाव से गोचर कर रहे हैं लेकिन वो लोहे के पाए में गोचर कर रहे हैं। लोहे के पाए में गोचर करना अच्छा नहीं होता। जब 12वें भाव में आ रहे हैं तब भी जब कुंडली बन रही है शनि के जो राशि प्रवेश की कुंडली बन रही है। यहां पर चंद्रमा मेष राशि से 12वें भाव में आ गई है। जब चंद्रमा 12वें भाव में आ जाते हैं किसी राशि के तो वो लोहे का पाया होता है। यह बनती है शनि के राशि प्रवेश की कुंडली में। मेष राशि के जातकों के लिए साढ़े साती का पहला फेस भी है। इसके साथ-साथ जो पाया है वो भी लोहे का है। शनि यहां पर मेष राशि के जातकों के लिए अच्छे ग्रह नहीं है कारण कि जो मेष राशि है व मंगल की मूल त्रिकोण राशि है। मंगल की मूल त्रिकोण राशि के लिए शनि अच्छा फल नहीं करते क्योंकि मंगल और शनि में आपस में मित्र भाव नहीं है। शनि यहां पर 11वें भाव के स्वामी हो जाते हैं। जो अच्छा भाव नहीं होता हालांकि 11वां भाव आय का भाव है, वृद्धि का भाव है लेकिन इसके बावजूद शास्त्रों में तीसरे, छठे और 11वें भाव को अच्छा भाव नहीं कहा गया। शनि अच्छा फल नहीं करते मेष राशि के जातकों को। यहां पर शनि का गोचर होने जा रहा है 29 मार्च 2025 को वो मेष राशि के जातकों के लिए अच्छा नहीं होने जा रहा है। लोहे के पाए में रहना अच्छा नहीं है। शनि जब 12 में बैठेंगे तो तीसरी दृष्टि से आपके धन भाव को देखेंगे, यह आपकी वाणी का भी भाव है। यदि आप मैरिड हैं तो आपकी मैरिड लाइफ में डिस्टरबेंस आ सकती है। पारिवारिक माहौल थोड़ा सा आपका डिस्टर्ब हो सकता है। धन की यहां पर हानि करवा सकते हैं, शनि यह अच्छी स्थिति नहीं है। गोचर के दौरान शनि का धन भाव को देखना धन की हानि करवाने वाला हो सकता है। यहां पर शनि छठे भाव को देख रहे हैं। तीसरी दृष्टि आपके छठे भाव के ऊपर जा रही है। इस भाव के कारक भी मंगल होते हैं तो यहां पर शनि जब 12वें बैठते हैं तो कर्ज की समस्या बढ़ जाती है। शनि की स्थिति में यदि कर्ज चढ़ेगा तो यह लंबा चला जाएगा फिर आपको उसको उतारने में बहुत परेशानी होगी। किसी भी अनावश्यक विवाद से बचते रहिए क्योंकि छठा भाव आपको बिना किसी बात के विवाद में फसाने वाला है। जब यहां पर शनि की दृष्टि है तो  विवाद में फंस जाते हैं तो कोशिश करिए यहां पर तोलमोल के बोलना है।  किसी की गारंटी कोई नहीं लेनी। किसी के खिलाफ किसी के साथ विवाद नहीं करना। यदि आप विवाद करेंगे किसी की गारंटी लेंगे तो यहां पर फंस जाएंगे। कर्ज की स्थिति आ सकती है। शनि जब 12वें बैठते हैं तो दशम दृष्टि से आपके भाग्य स्थान के ऊपर देखते हैं। नाइंथ हाउस पर शनि की दृष्टि का मतलब है कोई भी आप काम करेंगे उसमें व्यवधान आ सकता है। इसके लिए भी आपको थोड़ा सा पेशेंस रखना पड़ेगा। 

नरेश कुमार
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Content Editor

Prachi Sharma

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